सेक्टर 24-25ए में डेढ़ एकड़ जमीन कराई कब्जामुक्त
(एचएसवीपी) ने बुधवार को सेक्टर 24-25ए में करीब डेढ़ एकड़ जमीन को अतिक्रमणमुक्त करवाया। इस जमीन पर कच्चे और पक्के कमरों का निर्माण कर दुकान बनाकर किराया वसूल किया जा रहा था।
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने बुधवार को सेक्टर 24-25ए में करीब डेढ़ एकड़ जमीन को अतिक्रमणमुक्त करवाया। इस जमीन पर कच्चे और पक्के कमरों का निर्माण कर दुकान बनाकर किराया वसूल किया जा रहा था। विरोध के बीच एचएसवीपी ने अवैध निर्माण को मलबे में तब्दील किया। अभियान को सफल बनाने में पुलिस का काफी सहयोग रहा।
बुधवार को एचएसवीपी के संपदा कार्यालय-दो के एसडीओ (सर्वे) सत्यनारायण के नेतृत्व में तोड़फोड़ दस्ता सेक्टर 24-25ए में पहुंचा। अतिक्रमणकारियों को विभाग की तरफ से अतिक्रमण हटाने के लिए पहले ही नोटिस दे दिया गया था लेकिन जब नहीं हटा तो तोड़फोड़ अभियान चलाया गया।
करीब 150 टिन शेड की झोपड़ियां, 40 पक्के कमरे, 25 लेबर रूम, छह दुकानों को अवैध रूप से तैयार किया हुआ था। इन्हें जेसीबी की मदद से जमींदोज किया। इन अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी गई कि यदि दोबारा कब्जा किया तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि यहां हुए अवैध निर्माण से कुछ लोग उगाही कर रहे थे। तोड़फोड़ अभियान में जूनियर इंजीनियर बलराज सिंह, नरेश राणा, योगेश कुमार, विकास सैनी, अमनदीप आदि मौजूद थे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर भूमि अधिग्रहण विभाग से तहसीलदार जगबीर उपस्थित थे। एचएसवीपी ने प्रस्तावित यात्री निवास की जगह में भी किया बदलाव
संस, नया गुरुग्राम: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी ) की तरफ से वित्तीय संकट को दूर करने के लिए अब सेक्टर 56 स्थित प्रस्तावित यात्री निवास की साइट प्लानिग में भी बदलाव कर दिया हैं। इस जमीन में अब यात्री निवास नहीं बनाने का फैसला हुआ है। अब यहां ग्रुप हाउसिग सोसायटी और सोशल एंड चैरिटेबल साइट विकसित की जाएगी।
एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक अजित बालाजी जोशी के आदेश पर इस प्लान में फेरबदल हुआ है। यात्री निवास को 1.48 एकड़ में विकसित करने का प्लान था। 0.16 एकड़ जमीन सड़क निर्माण में चली गई। बची 1.32 एकड़ जमीन में अब 0.94 एकड़ में एक ग्रुप हाउसिग सोसाइटी और 0.38 एकड़ में सोशल एंड चेरिटेबल साइट विकसित करने का प्लान बनाया है। ग्रुप हाउसिग साइट को नीलामी के माध्यम से बेचा जाएगा। एचएसवीपी के एक अधिकारी ने बताया कि वित्तीय स्थिति को ठीक करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।