बेटे का लाई डिटेक्टर टेस्टकराने की बात से परेशान था राय सिंह

भोंडसी जेल के बैरक नंबर तीन में बंद राव राय सिंह को शनिवार को पता चला था कि पुलिस उसके बेटे आनंद का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने की तैयारी कर चुकी है। उस रात वह नहीं सोया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 08:36 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 09:50 PM (IST)
बेटे का लाई डिटेक्टर टेस्टकराने की बात से परेशान था राय सिंह
बेटे का लाई डिटेक्टर टेस्टकराने की बात से परेशान था राय सिंह

सत्येंद्र सिंह, गुरुग्राम

पुत्रवधू व किराएदार दंपती तथा उनकी एक बेटी की हत्या का आरोपित पूर्व फौजी राव राय सिंह चार दिन से बेचैन था। भोंडसी जेल के बैरक नंबर तीन में बंद राव राय सिंह को शनिवार को पता चला था कि पुलिस उसके बेटे आनंद का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने की तैयारी कर चुकी है। उस रात वह नहीं सोया। पास में रहने वाले विचाराधीन बंदी ने परेशानी की वजह पूछी तो उत्तर दिया, मेरा पूरा परिवार बर्बाद हो गया।

चार दिनों से वह रात का खाना भी कम खा रहा था। गुमसुम भी रहता था। साथ में रहने वाले बंदियों ने पुलिस को बताया कि सोमवार की रात राय सिंह पहले तो सो गया, लेकिन रात 12 बजे के बाद उठकर बैठ गया। कुछ देर बाद लेट गया, मगर करवट बदलता रहा। बैरक में रहने वाले बंदी सो गए। उन्हें नहीं पता चल सका कि वह कितने बजे शौचालय गया। सीबीआइ जांच की मांग से भी परेशान था

आरोपित की पुत्रवधू सुनीता के मायके वाले घटना वाले दिन से ही मांग कर रहे हैं कि सुनीता के चरित्र पर राव राय सिंह ने जो सवाल खड़ा किया वह गलत है। उनका कहना था आरोपित व उसका परिवार मायके में सुनीता के नाम जो जमीन है उसे अपने नाम कराना चाह रहा था। इसके लिए उसे तंग भी किया जाता था।

23 अगस्त की रात सुनीता का कत्ल किया गया। उसके पांच दिन पहले ही सुनीता बेटी के साथ मायके से राजेंद्र पार्क स्थित पति आनंद व ससुर राव राय सिंह के घर आई थी। मायके वाले पुलिस पर मामले की सही जांच नहीं कराने का आरोप लगा सीबीआइ जांच कराने की मांग भी कर रहे हैं। उनका आरोप है कि वारदात में अन्य लोग भी शामिल हैं।

हालांकि पुलिस ने सुनीता के पति आनंद को पहले अपनी निगरानी में लिया था पर जब यह पुष्टि हुई कि वह घटना वाली रात खाटू श्याम मंदिर में था तो उसे छोड़ दिया गया था। वैसे पुलिस अब आनंद का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की तैयारी कर चुकी थी। यह बात राव राय सिंह को पता चली तो वह परेशान रहने लगा था। ऐसी कोई बात जरूर थी जो सीबीआइ जांच व बेटे के लाई डिटेक्टर टेस्ट को लेकर उसे परेशान कर रही थी। इनका जवाब जांच कर रही एसआइटी को जरूर खोजना पड़ेगा। चार जान लेने के बाद अपनी जान देने वाले राव राय सिंह अपने नोट पैड में पत्नी को बेगुनाह बता कर गया है। बता दें कि हत्या की साजिश रचने के आरोप में उसकी पत्नी बिमलेश भी जेल में बंद है।

पुलिस की जांच पर पहले उठ चुके हैं सवाल

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: राजेंद्र पार्क कालोनी में चौहरे हत्याकांड के आरोपित पूर्व फौजी राव राय सिंह की आत्महत्या पुलिस के लिए नई चुनौती बन गई है। पहले भी इस मामले में एक बैंक में कार्यरत रहे आरोपित के किराएदार कृष्णा तिवारी तथा पूर्व फौजी सुनीता यादव के स्वजन पुलिस जांच पर सवाल खड़े का चुके हैं। जांच से संतुष्ट नहीं होकर ही वह सीबीआइ से जांच कराने की मांग कर रहे हैं।

पुलिस ने इस मामले में अभी तक आरोपित के जुर्म कबूलने की बात को ही जांच की मुख्य आधार बनाया था। जबकि जिस घर में जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया गया, उसके पिछले दरवाजे से भी घर के अंदर कोई भी आ जा सकता है। पीड़ित परिवार अनैतिक संबंध की बात पूरी तरह से नकार चुके हैं। उनका कहना है कि वारदात को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। चार लोगों को मारने में दो से तीन लोग शामिल रहे होंगे। परिवार पर आंच नहीं आए इसके लिए पूर्व फौजी से जुर्म कबूल लिया था। पुलिस को डिस्क्लोजर रिपोर्ट तैयार करने से पहले हर पहलू से जांच करनी पड़ेगी।

'आत्महत्या नहीं हत्या है, सीबीआइ जांच की मांग जारी रहेगी'

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पांच दिन से लघु सचिवालय के सामने धरना दे रहे अशोक कुमार ने कहा कि सीबीआइ से जांच कराने की मांग को लेकर उनका धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा आरोपित राव राय सिंह की मौत की भी जांच सही तरीके से होनी चाहिए। उसने आत्महत्या नहीं कि बल्कि मेरा मानना है कि उसकी हत्या की गई, ताकि मामला ठंडा पड़ जाए।

महेंद्रगढ़ जिला के गांव कनीना निवासी अशोक ने कहा उनकी बहन की हत्या सुनियोजित तरीके से की गई। किराएदार कृष्णा तिवारी व उनकी पत्नी तथा बेटी की हत्या वारदात को नया मोड़ देने के लिए की गई। सुनीता को उनका पति व ससुर सास पहले से भी तंग कर रहे थे। पुलिस की एसआइटी इस जघन्य हत्याकांड की गहराई से जांच नहीं कर रही है।

अशोक ने कहा कि हम शुरू से मांग कर रहे हैं कि राव राय सिंह उनकी पत्नी व बेटे का नार्काे टेस्ट कराया जाए, लेकिन पुलिस करा नहीं रही है। इसके पीछे यही वजह है कि जो बचे हैं उन्हें बचा लिया जाए। अन्य किसी पर आंच नहीं आए इसलिए पूर्व फौजी ने खुद जुर्म कबूल लिया था।

chat bot
आपका साथी