फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस पर झूठी जांच रिपोर्ट तैयार करने का आरोप
एक कंपनी के निदेशक ने अपने रिश्तेदार के खिलाफ शिकायत दी तो जांच कर रहे पुलिसकर्मी ने गलत तरीके से पीड़ित के दस्तावेजों में हस्ताक्षर करा लिए और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर (गुरुग्राम): कुछ पुलिसकर्मी केस की जांच करने में किस तरह आरोपित का साथ देते हैं, यह फरुखनगर में दर्ज एक एफआइआर के मामले में देखा जा सकता है। एक कंपनी के निदेशक ने अपने रिश्तेदार के खिलाफ शिकायत दी तो जांच कर रहे पुलिसकर्मी ने गलत तरीके से पीड़ित के दस्तावेजों में हस्ताक्षर करा लिए और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। पीड़ित ने दस माह पहले सीएम विडो में शिकायत दी तो आर्थिक अपराध जांच शाखा ने जांच कर फरुखनगर थाना पुलिस को मामला दर्ज करने की सिफारिश की है।
पुलिस को दी गई शिकायत में न्यू कालोनी निवासी दयानंद छाबड़ा ने बताया कि उन्होंने वीडी कंक्रीट फ्लोरिग के नाम से कंपनी खोल रखी है। इसका कार्यालय न्यू कालोनी में ही है। उनकी कंपनी में विजय छाबड़ा निदेशक थे। आरोप है कि तीन साल पहले विजय ने फर्जी तरीके से गांव सुल्तानपुर में कंपनी के नाम की जमीन को अपने रिश्तेदार के नाम कर दिया, जबकि वह ऐसा नहीं कर सकते थे। वह कंपनी से सेवामुक्त भी किए जा चुके थे। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई तो कुछ नहीं हुआ तो उन्होंने दस माह पहले सीएम विडो पर शिकायत दी थी। जांच के लिए फरुखनगर थाने से एक पुलिस कर्मी आया जिसने गलत दस्तावेज तैयार कर रखे। उनके इनकार के बाद भी सीएम विडो में लगाई गई जांच रिपोर्ट में सहमति की रिपोर्ट लगा दी गई। दयानंद को जब पता चला तो उन्होंने दूसरी बार सीएम विडो में शिकायत दी। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया एफआइआर दर्ज कर जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।