जीएमडीए ने चक्करपुर बंध के साथ बनी बाक्स ड्रेन की नहीं की सफाई
डीएलएफ फेज एक मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर चक्करपुर बंध पर बने वॉकिग ट्रैक के साथ-साथ सेक्टर-57 कोश्त नाले होते हुए बादशाहपुर तक जुड़ रही बाक्स ड्रेन की सफाई न होने के कारण बुधवार को कई जगह से ड्रेन ओवरफ्लो हो गई।
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: डीएलएफ फेज एक मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर चक्करपुर बंध पर बने वॉकिग ट्रैक के साथ-साथ सेक्टर-57 कोश्त नाले होते हुए बादशाहपुर तक जुड़ रही बाक्स ड्रेन की सफाई न होने के कारण बुधवार को कई जगह से ड्रेन ओवरफ्लो हो गई। जिसके बाद कारण सेक्टर-27 समेत जीएमडीए की कई सीवर मास्टर लाइनें भी चोक हो गई और ओवरफ्लो होने लगी। मिली जानकारी के अनुसार यह ड्रेन सबसे लंबी है। इसी ड्रेन से डीएलएफ फेज एक, गोल्फकोर्स रोड समेत कई इलाकों के बारिश के पानी की निकासी होती है लेकिन डीएलएफ फेज एक मेट्रो स्टेशन से लेकर पारस अस्पताल तक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी ड्रेन आधे से ज्यादा गाद से पटी हुई है। इसकी वजह से मंगलवार को सुबह हुई झमाझम बारिश के चलते बॉक्स ड्रेन कई जगह से ओवरफ्लो हो गई और नतीजन लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। सेक्टर-27 के पीछे वाले कई घरों में पानी भर गया। सेक्टर-43 के साथ लगते पारस अस्पताल रोड पर मास्टर सीवर लाइन चौक हो गई और पूरे सेक्टर में सीवर ओवरफ्लो होता रहा। यहीं नहीं हैमिल्टन रोड, सेक्टर-28 स्थित शीबा अपार्टमेंट, हरमीटेज सोसायटी में लोगों को जलभराव से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। सेवानिवृत अधिकारियों से भरा है जीएमडीए
बता दें कि जीएमडीए विभाग आजकल सेवानिवृत हो चुके अधिकारियों को नौकरी देने का विभाग बना हुआ है और यहां पर सेवानिवृत हुए वरिष्ठ अधिकारियों को 'एडजस्ट' किया जाता है। सारे दिन एसी की हवा खाने वाले अधिकारी धरातल पर जाकर यह भी जांच नहीं कर पाते कि ठेकेदारों ने ढंग से ड्रेन की सफाई भी की है की नहीं। ऐसा ही कुछ आलम उक्त ड्रेन का है जिसके मशीन होल आधे से ज्यादा गंदगी भरी हुई है और जलभराव होने की सूरत में अधिकारियों के दावे हवा-हवाई हो जाते है।