ओएसबी टावर्स के निर्माण में देरी पर बिल्डर को दिया नोटिस

सेक्टर-109 स्थित ओशियन सेवन बिल्डटेक द्वारा विकसित किया जा रहा अफोर्डेबल हाउसिग प्रोजेक्ट ओएसबी एक्सप्रेस-वे टावर्स का निर्माण धीमी गति चलते से नगर योजनाकार विभाग के अधिकारी भी संतुष्टि नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 06:44 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 06:46 PM (IST)
ओएसबी टावर्स के निर्माण में देरी  पर बिल्डर को दिया नोटिस
ओएसबी टावर्स के निर्माण में देरी पर बिल्डर को दिया नोटिस

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: सेक्टर-109 स्थित ओशियन सेवन बिल्डटेक द्वारा विकसित किया जा रहा अफोर्डेबल हाउसिग प्रोजेक्ट ओएसबी एक्सप्रेस-वे टावर्स का निर्माण धीमी गति चलते से नगर योजनाकार विभाग के अधिकारी भी संतुष्टि नहीं है। वरिष्ठ नगर योजनाकार संजीव मान के डीटीपी एन्फोर्समेंट को कार्रवाई के लिए पत्र लिखने के दो दिन बाद ही अब डीटीपी एन्फोर्समेंट ने भी बिल्डर प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर कार्यालय में पेश होकर जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।

डीटीपीई ने पत्र में लिखा है कि प्रोजेक्ट में लंबित कार्यों के लिए क्यों न आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। डीटीपीई आरएस बाठ ने दिए नोटिस के अनुसार बिल्डर प्रबंधन द्वारा अफोर्डेबल हाउसिग नियमावली के नियमों का उल्लंघन किया है और उसके हिसाब से प्रोजेक्ट का कार्य भी विलंब चल रहा है। किन-किन नियमों का हुआ उल्लंघन:

-लाइसेंस लेने के चार साल बाद भी प्रोजेक्ट का इंटरनल डेवलेपमेंट का काम पूरा नहीं हुआ।

-निदेशक द्वारा निर्देशित कम्युनिटी इमारतों का निर्माण कार्य भी चार साल के भीतर पूरा नहीं किया गया।

-बिल्डर प्रबंधन द्वारा आवंटियों के साथ किए गए करार और लांच के समय तय शर्तों के हिसाब से निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा।

-अफोर्डेबल हाउसिग नियमावली के मापदंडों का पालन नहीं किया गया।

-बिल्डर प्रबंधन द्वारा लिया गया लाइसेंस 15 जून को खत्म हो गया और अभी तक प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य पूरा कर ओसी के लिए आवेदन नहीं किया। लाइसेंस के नवीनीकरण तक के लिए आवेदन नहीं किया गया।

प्रोजेक्ट एक नजर में:

ओएसबी टावर्स द्वारा लगभग साढ़े सात एकड़ में अफोर्डेबल हाउसिग नियमावली के तहत विकसित की जा रही है। आवंटी महिपाल, सिद्धार्थ, अनिल सहारन का कहना है कि 2017 में बिल्डर ने फ्लैटों का ड्रा निकाला था। मई से आवंटियों का फ्लैटों का कब्जा मिलना था, लेकिन अभी तक मौके पर 50 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है। इसे लेकर मार्च-अप्रैल में आवंटियों ने बिल्डर के खिलाफ साइट पर धरना-प्रदर्शन भी दिया था जिसके बाद प्रबंधन की तरफ से जून 2022 की नई डेडलाइन दे दी गई थी, लेकिन अब भी मौके पर नियमों के हिसाब से निर्माण कार्य नहीं चल रहा। जबकि आवंटियों से प्रबंधन 90 से 95 प्रतिशत पेमेंट ले चुका है। बिल्डर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। एक सप्ताह के भीतर कार्यालय में आकर जवाब नहीं दिया तो बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ महानिदेशक को कार्रवाई की सिफारिश कर दी जाएगी।

आरएस बाठ, डीटीपीई

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