बैंक प्रबंधन भी अपने स्तर पर करेगा जांच, खाता खोलने में कहां हुई चूक

मानव रचना शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला की 10 करोड़ रुपये की बीमा पालिसी का क्लेम हड़पने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद कई स्तर पर जांच शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 08:15 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:15 PM (IST)
बैंक प्रबंधन भी अपने स्तर पर करेगा 
जांच, खाता खोलने में कहां हुई चूक
बैंक प्रबंधन भी अपने स्तर पर करेगा जांच, खाता खोलने में कहां हुई चूक

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मानव रचना शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला की 10 करोड़ रुपये की बीमा पालिसी का क्लेम हड़पने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद कई स्तर पर जांच शुरू हो गई है। पुलिस की अपराध शाखा ने इस मामले में जांच शुरू की है, तो एचडीएफसी बैंक ने भी अपने स्तर पर खाता खोले जाने में हुई चूक की जांच के आदेश दिए हैं। बीमा कंपनी भी इस जांच में जुट गई है कि आखिर पालिसीधारक की पूरी गोपनीय रिपोर्ट धोखाधड़ी करने वालों के पास कैसे पहुंची।

डा. प्रशांत भल्ला की पीएनबी मेटलाइफ बीमा कंपनी में 10 करोड़ रुपये की पालिसी है। डा. प्रशांत भल्ला का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बीमा का क्लेम लेने का दावा किया गया। प्रशांत भल्ला की पत्नी दीपिका पालिसी की नामिनी हैं। बीमा राशि नामिनी के नाम पर आनी थी। पालम विहार स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में दीपिका के नाम से फर्जी खाता खोला गया। एक महिला ने खुद को दीपिका बताकर खाता खुलवाया। एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों को जब इस पूरे मामले का पता लगी तो बैंक ने भी अपने स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं। खाता खोलने में किस स्तर पर चूक रही।

एचडीएफसी बैंक के रीजनल हेड कारपोरेट कम्युनिकेशंस संजय ओझा ने दैनिक जागरण को बताया पुलिस की मदद कर रहे हैं। बैंक प्रबंधन इस मामले में अपने स्तर पर भी जांच करेगा कि ग्राहक का केवाइसी (नो योर कस्टमर) पूरी तरह से जांचा परखा क्यों नहीं गया। यदि बैंक का कोई भी अधिकारी या कर्मी संलिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी