बीमा राशि हड़पने की साजिश की जांच करेगी अपराध शाखा

मानव रचना शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला की बीमा पालिसी की राशि हड़पने की साजिश की जांच अपराध शाखा करेगी। साइबर क्राइम थाना की मदद भी ली जाएगी। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:02 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:04 PM (IST)
बीमा राशि हड़पने की साजिश की जांच करेगी अपराध शाखा
बीमा राशि हड़पने की साजिश की जांच करेगी अपराध शाखा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मानव रचना शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला की बीमा पालिसी की राशि हड़पने की साजिश की जांच अपराध शाखा करेगी। साइबर क्राइम थाना की मदद भी ली जाएगी। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। डा. प्रशांत भल्ला की पत्नी दीपिका भल्ला की शिकायत पर सेक्टर-29 थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ आईटी एक्ट व धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस मामले में बीमा कंपनियों के अधिकारियों के अलावा बैंक कर्मी और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाली एजेंसियों के कर्मियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। मृत्यु प्रमाण पत्र जो दस्तावेज के साथ लगाया गया है, वह वास्तव में नगर निगम या स्वास्थ्य विभाग से जारी किया गया है या फिर वह भी फर्जी तैयार किया गया है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

पीएनबी मेटलाइफ कंपनी से करोड़ों रुपये की बीमा राशि हड़पने की साजिश के लिए बड़े स्तर पर धोखाधड़ी की गई है। बीमा से संबंधित डा. प्रशांत भल्ला की पूरी जानकारी किस तरह से हासिल की गई। पूरी जानकारी हासिल करना और फर्जी दस्तावेज तैयार करना संगठित साइबर क्राइम माना जा रहा है। सेक्टर-29 पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

डा. प्रशांत भल्ला फरीदाबाद में रहते हैं, जबकि उनका एक निवास साउथ सिटी-वन के ई-ब्लाक में भी है। बीमा कंपनी का सर्वेयर उनके साउथ सिटी-वन के निवास पर ही जांच पड़ताल करने पहुंचा था। तब इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पुलिस ने एचडीएफसी की पालम विहार शाखा प्रबंधन से सीसीटीवी फुटेज की मांग करेगी, जिससे यह पता चल सके कि प्रशांत की पत्नी दीपिका के नाम से किसी व्यक्ति ने खाता खुलवाया है। पूरा केस अपराध शाखा को ट्रांसफर किया जाएगा। अपराध शाखा और साइबर थाना की टीम पूरे मामले की गहनता से जांच करेगी। इस मामले में फर्जीवाड़ा करने के किसी भी आरोपित को छोड़ा नहीं जाएगा। बढ़ते साइबर क्राइम के मद्देनजर लोगों से भी अपील है कि वे अपनी किसी भी तरह की गोपनीय जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को फोन पर ना दें।

प्रीतपाल सिंह, एसीपी (क्राइम)

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