सख्ती का दिखने लगा असर, एक माह में दो गिरोहो से हुई पुलिस मुठभेड़
पुलिस आयुक्त केके राव ने बेखौफ बदमाशों के खिलाफ पुलिस अभियान चलाने के निर्देश दिए। उनका असर भी दिखने लगा है। पुलिस ने वैसे तो कई बड़े गैंगस्टर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिए हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पुलिस आयुक्त केके राव ने बेखौफ बदमाशों के खिलाफ पुलिस अभियान चलाने के निर्देश दिए। उनका असर भी दिखने लगा है। पुलिस ने वैसे तो कई बड़े गैंगस्टर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिए हैं। एक माह में अपराध शाखा की दो बड़े गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ से यह भी साफ जाहिर है कि अब पुलिस बदमाशों के साथ पूरी सख्ती से पेश आ रही है। पुलिस आयुक्त ने भी साफ निर्देश दे दिए हैं कि अगर किसी भी परिस्थिति में पुलिस को गोली चलानी पड़े तो उसके लिए पूरी छूट है। मंगलवार को भी सेक्टर-31 अपराध शाखा की राजस्थान में बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई। पुलिस इन बदमाशों के पीछे लगी हुई थी।
पुलिस आयुक्त केके राव तेजतर्रार पुलिस अफसरों में गिने जाते हैं। उन्होंने दूसरी बार पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभाला है। कार्यभार संभालते ही उन्होंने गैंगस्टर के खिलाफ सभी अपराध शाखा को विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिए। इसके साथ ही बदमाशों को पकड़ने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) भी जुटी हुई है। एसटीएफ ने भी देश के विभिन्न कोनों में छुपे बदमाशों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। वहीं, विदेश में बैठकर अपने गुर्गों के माध्यम से काम चलाने वाले बदमाशों को पकड़ने में कामयाबी प्राप्त की है।
पिछले महीने 10 नवंबर को नौरंगपुर के पास सेक्टर-17 अपराध शाखा की दो बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान इन बदमाशों की कार का पीछा किया तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिग शुरू कर दी। इस फायरिग में निरीक्षक नरेंद्र चौहान बाल बाल बचे थे। उनका बचाव बुलेट प्रूफ जैकेट होने के कारण हो गया था। उसके बाद पुलिस ने दो बदमाशों सत्येंद्र पाठक व रोहित उर्फ लंबू को दबोच लिया था। पुलिस मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल हो गए थे। इलाज के दौरान रोहित की अस्पताल में मौत हो गई।
आज सेक्टर-31 अपराध शाखा की पुलिस टीम की राजस्थान के टपूकड़ा के नजदीक चार बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। यह गिरोह राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोगों को गन पाइंट पर कार लूटने की वारदात को अंजाम देने में सक्रिय था। पुलिस इस गिरोह के पीछे कई दिनों से लगी हुई थी।
पुलिस की जिन बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई उनकी पहचान अलवर जिला के मामन, जोखावास के गोविद, धामावास के मोहित और गुजरीवास के रोहित के रूप में हुई। बदमाशों द्वारा की गई फायरिग में पुलिस टीम के एएसआई नीरज, एएसआई अमित एवं हेड कांस्टेबल रणवीर को गोली लगी है। तीनों को रेवाड़ी के जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानून के साथ खिलवाड़ करने वाले हर व्यक्ति के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। अपराध की दुनिया में रहकर आमजन को परेशान करने वाले बदमाशों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। सभी अपराध शाखाओं को बदमाशों को पकड़ने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। सभी अपराध शाखा एक-एक बदमाश को पकड़ने की कार्यवाही में जुटी हुई है। पुलिस को अगर बदमाशों के साथ मुठभेड़ में गोली भी चलानी पड़े तो उसके लिए भी खुली छूट है।
केके राव, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम।