कोवैक्सीन लिए सभी ने खुशी से दी सहमति
जले में छह केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण अभियान चलाया गया। इसमें पांच केंद्रों पर कोविशील्ड का टीका लगाया गया। गांव चौमा में बनाए गए टीकाकरण केंद्र पर लोगों को कोवैक्सीन टीका लगाया गया।
जागरण संवादाता, गुरुग्राम : जिले में छह केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण अभियान चलाया गया। इसमें पांच केंद्रों पर कोविशील्ड का टीका लगाया गया। गांव चौमा में बनाए गए टीकाकरण केंद्र पर लोगों को कोवैक्सीन टीका लगाया गया। कोवैक्सीन लगवाने के लिए नियम था कि टीका लगवाने से पहले लोगों से सहमति फार्म भरना होगा। नोडल अधिकारी डाक्टर अनिल गुप्ता ने बताया कि टीका लगवाने वाले सभी लोगों ने फार्म भरकर अपनी सहमति दे दी थी। किसी में कोई डर नहीं दिखा।
------
कोवैक्सीन को लेकर हमसे सहमति फार्म भरवाया गया था। इसके बाद टीका लगाया। टीके को लेकर हमारे मन में कोई भय नहीं था। हमें पता है कि वैक्सीन सुरक्षित है। टीका लगवाने के बाद किसी को घबराहट होती है तो डरने की जरूरत नहीं है।
मुकेश, आशा वर्कर गांव चौमा
-----
जब हमें टीका लगवाना ही है तो फार्म भरने से कैसा डरना। वैक्सीन जीवन रक्षक है। मेरा लोगों से यही कहना है कि जीवन रक्षक दवा से डरने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि वैक्सीन सुरक्षित है।
राजबाला, आशा वर्कर गांव चौमा
----
जब वायरस फैल रहा था और लोग घरों में थे, तब हम काम कर रहे थे। अब जब जीवन रक्षक टीका आया है तो उसे लगवाने में डर नहीं है। हमें खुशी है कि कोरोना टीका आ गया है। लोगों को टीका लगवाने के लिए आगे आना चाहिए।
सविता, आशा वर्कर, गांव चौमा
----
टीके को लेकर हमें किसी तरह का डर नहीं था। हमारे साथ डाक्टरों ने टीका लगवाया है। मेरी समाज से यही अपील है कि टीका सुरक्षित है और जीवन रक्षक है। अफवाहों पर ध्यान ना देकर जीवन रक्षक टीके को अपनाएं।
विनिता, आशा वर्कर, गांव चौमा