पार्षदों के तेवर गरम : अब 8 को होगी सदन की समीक्षा बैठक
नगर निगम सदन की समीक्षा बैठक अब 8 जनवरी को होगी। इससे पहले यह बैठक 5 जनवरी को तय की गई थी लेकिन निगम में चल रहे गड़बड़झालों पर पार्षदों के गरम तेवर को देखते हुए इसे टाल दिया गया था। इसके बाद पार्षदों ने मेयर मधु आजाद के साथ बैठक कर स्पष्ट कर दिया था कि बैठक नहीं हुई तो प्रेस कांफ्रेस की जाएगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : नगर निगम सदन की समीक्षा बैठक अब 8 जनवरी को होगी। इससे पहले यह बैठक 5 जनवरी को तय की गई थी, लेकिन निगम में चल रहे गड़बड़झालों पर पार्षदों के गरम तेवर को देखते हुए इसे टाल दिया गया था। इसके बाद पार्षदों ने मेयर मधु आजाद के साथ बैठक कर स्पष्ट कर दिया था कि बैठक नहीं हुई तो प्रेस कांफ्रेस की जाएगी। पार्षदों के रुख को देखते हुए अब आनन-फानन में निगम अधिकारियों ने बैठक के लिए दिन निर्धारित कर दिया है। 8 जनवरी को लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में सुबह साढ़े दस बजे बैठक होगी। 27 नवंबर 2017 से लेकर 18 नवंबर 2020 तक हुई सदन की बैठकों में पारित किए गए प्रस्तावों पर बैठक में चर्चा की जाएगी।
पार्षदों का कहना है कि पिछली दो से तीन बैठकों में पारित किए एजेंडों और कई जांच को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। तीन साल की समीक्षा बैठक करने का कोई औचित्य नहीं है। पार्षद चाहते हैं कि निगम सदन की मुख्य बैठक 18 नंवबर को हुई थी, अब समीक्षा बैठक की बजाय मुख्य बैठक ही होनी चाहिए।
---------
बैठक में पार्षद करेंगे जवाब-तलब नगर निगम क्षेत्र में मलबा उठाने और जुर्माना लगाने का काम कर रही प्रगति एजेंसी पर पार्षदों ने सदन की बैठक में घोटाले के आरोप लगाए थे। जांच अभी तक लटकी हुई है। स्ट्रीट लाइटें लगाने वाली कंपनी ईईएसएल का करोड़ों रुपये का भुगतान बकाया है। लाइटें नहीं लगने से शहर के कई इलाके अंधेरे में है। वेंडिग एजेंसियों ने फुटपाथ, पार्किंग पर कब्जा कर ग्रीन बेल्ट उजाड़ दी। जांच के नाम पर निगम ने खानापूर्ति कर दी है। ठेकेदारों का भुगतान रोकने और वार्डों में काम नहीं होने से नाराज पार्षदों ने ज्ञापन भी सौंपा था। बागवानी का काम कर रही हिमकान कंपनी का कार्य संतोषजनक नहीं होने के कारण पार्षदों ने दो अन्य एजेंसी को काम देने की भी मांग कर रहे हैं।