जीएमडीए को सौंपी संपत्तियां वापस लेने की तैयारी में निगम
इसके लिए शनिवार को हिपा (हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान) में होने वाली नगर निगम सदन की बैठक में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया है। प्रस्ताव पर मुहर लगेगी या नहीं इसका पता बैठक में चलेगा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) की कार्यप्रणाली से निगम पार्षद संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में निगम जीएमडीए को रखरखाव के लिए सौंपी गई संपत्तियों को वापस ले सकता है। इसके लिए शनिवार को हिपा (हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान) में होने वाली नगर निगम सदन की बैठक में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया है। प्रस्ताव पर मुहर लगेगी या नहीं, इसका पता बैठक में चलेगा।
पार्षदों के मुताबिक वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, मुख्य सड़कों की मरम्मत एवं रखरखाव और ग्रीन बेल्ट आदि का रखरखाव जीएमडीए सही तरीके से नहीं कर रहा है। कई जगह कार्य भी अधूरे पड़े हैं। ऐसे में निगम की संपत्तियों को जीएमडीए से वापस ले लिया जाए। बता दें कि गत 18 मार्च को सदन की बैठक हुई थी और चार माह बाद अब बैठक होने जा रही है।
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बैठक में पार्षद रखेंगे वार्डों की समस्या
- सभी वार्डों में सीएफसी यानी नागरिक सुविधा केंद्र बनाने की मांग है। जगह-जगह जमीन भी चिह्नित हो चुकी है, लेकिन सीएफसी बनने का इंतजार है।
- वार्डों में डिस्पेंसरी बनाने का भी प्रस्ताव है।
- कई वार्डों में सामुदायिक केंद्र बनाने की जरूरत है। पार्षदों ने इसे अपने एजेंडा में शामिल किया है।
बैठक में उठेगा अवैध विज्ञापनों का मुद्दा
सदन की बैठक में शहर में लगे हुए अवैध विज्ञापनों और इनसे हो रहे नुकसान का मुद्दा पार्षद उठाएंगे। यूनीपोल सहित लगे हुए होर्डिंग व अन्य विज्ञापनों का ब्यौरा मांगा गया है। इसके अलावा पिछले वर्षों में विज्ञापनों से हुई आय और अवैध विज्ञापनों से हो रहे राजस्व के नुकसान पर भी चर्चा होगी। कितने अवैध विज्ञापन हटाए गए हैं, इसकी जानकारी भी सदन की बैठक के समक्ष देनी होगी।