सुपरवाइजरों की टीमें इधर-उधर कचरा फेंकने वालों पर करेंगी कार्रवाई

गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने मंगलवार को स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की तैयारियों को लेकर सेक्टर-39 स्थित निगम कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:03 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:12 PM (IST)
सुपरवाइजरों की टीमें इधर-उधर कचरा  फेंकने वालों पर करेंगी कार्रवाई
सुपरवाइजरों की टीमें इधर-उधर कचरा फेंकने वालों पर करेंगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने मंगलवार को स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की तैयारियों को लेकर सेक्टर-39 स्थित निगम कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन करते हुए गुरुग्राम को स्वच्छ, सुंदर और बेहतरीन शहर बनाने की दिशा में कार्य करें।

निगमायुक्त ने बैठक में कहा कि नगर निगम द्वारा निर्धारित स्थानों के अलावा अन्य जगहों पर कचरा डालने वालों पर कार्रवाई करने के लिए सहायक सफाई निरीक्षकों के नेतृत्व में सुपरवाइजरों की नौ टीमें गठित की जाएंगी। ये टीमें इधर-उधर कचरा डालने वालों की गाड़ियों को जब्त करने के साथ ही उल्लंघनकर्ताओं पर जुर्माना भी लगाएंगी। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों, सड़कों के आसपास पड़े कचरे को उठाने की जिम्मेदारी भी इन्हीं टीमों की होगी।

निगमायुक्त ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ट्रांसफर स्टेशन पर सेग्रीगेटेड कचरा पहुंचे। कोई भी वाहन बिना सेग्रीगेट किए कचरे को डालता है तो उसका चालान किया जाएगा। चाहे वह वाहन इकोग्रीन एनर्जी का हो या अन्य किसी एजेंसी का। उन्होंने कहा कि गठित होने वाली टीमें सार्वजनिक स्थानों, मार्केट क्षेत्रों एवं डस्टबिन की सफाई को भी सुनिश्चित करेगी। पालीथिन के उपयोग पर भी अंकुश लगाने में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगी। इस पूरी प्रक्रिया को पूरा कराने का उत्तरदायित्व वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक की होगी। वह प्रतिदिन निगमायुक्त को इस बारे में रिपोर्ट भी देंगे।

सेक्टर-39 स्थित नगर निगम कार्यालय में बृहस्पतिवार तक सैनीटेशन कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए। इसके लिए उन्होंने डिप्टी म्यूनिसिपल कमिशनर डा. विजयपाल यादव को जिम्मेदारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी डस्टबिन या खत्ता खुला नहीं होना चाहिए। स्वच्छता के बारे में लोगों की प्रतिक्रिया प्राप्त करने को लेकर मोबाइल एप तैयार करने के भी निर्देश निगमायुक्त ने दिए। उन्होंने अवैध मीट शाप को बंद कराने तथा बागवानी कचरे के समयबद्ध उठान एवं निस्तारण के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में बताया गया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में कुल 7500 अंकों के आधार पर शहरों को स्वच्छता रैंकिग दी जाएगी। इसमें सर्विस लेवल प्रोग्रेस के लिए 3000 अंक, सर्टिफिकेशन के लिए 2250 अंक व सिटीजन वायस के लिए 2250 अंक निर्धारित किए गए हैं।

बैठक में संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) हरीओम अत्री, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर डा. विजयपाल यादव, कार्यकारी अभियंता सुंदर श्योराण तथा देवेन्द्र भड़ाना, सहायक अभियंता राकेश जून, स्वच्छता सलाहकार अनिल मेहता, सफाई अधिकारी विजेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक सहित अन्य उपस्थित रहे।

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