पटौदी के नागरिक अस्पताल में कोरोना आइसोलेशन वार्ड बना लेकिन समुचित सुविधाएं नदारद

पटौदी के उपमंडल नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना रोगियों को दाखिल करने के लिए 25 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना दिया है लेकिन यहां समुचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 08:48 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 08:48 PM (IST)
पटौदी के नागरिक अस्पताल में कोरोना आइसोलेशन 
वार्ड बना लेकिन समुचित सुविधाएं नदारद
पटौदी के नागरिक अस्पताल में कोरोना आइसोलेशन वार्ड बना लेकिन समुचित सुविधाएं नदारद

संवाद सहयोगी, पटौदी: पटौदी के उपमंडल नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना रोगियों को दाखिल करने के लिए 25 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना दिया है लेकिन यहां समुचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। पटौदी में 50 बेड का सरकारी अस्पताल है। पटौदी के विधायक सत्य प्रकाश जरावता व एसएमओ डा. नीरू यादव ने अपने प्रयासों से अस्पताल में काफी सुधार करवाया है लेकिन अनेक जरूरी सुविधाओं की यहां अब भी कमी बनी हुई है।

यहां से गुरुग्राम व रेवाड़ी के जिला अस्पताल ज्यादा दूर हैं। दोनों जिलों के बीच और कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। अस्पताल में एक्स-रे मशीन है लेकिन एक्स रे टेक्नीशियन नहीं है। पचास बेड का अस्पताल होने व आपरेशन की सुविधा होने के बावजूद यहां कोई आइसीयू व वेंटीलेटर तक नहीं है। कोरोना रोगियों के लिए जिले में बेड की कमी को देखते हुए प्रशासन ने यहां आक्सीजन वाले 25 बेड का आइसोलेशन सेंटर तो बना दिया है लेकिन एक भी एमडी डाक्टर की नियुक्ति तक नहीं की गई है।

जिला पार्षद भूपेंद्र पलासोली, पटौदी के नगरपालिकाध्यक्ष चंद्रभान सहगल, सरोंच यजुवेंद्र गोगली व समाजसेवी सत नारायण मिर्जापुर ने मांग की है कि सरकार यहां कम से कम पांच आइसीयू व वेंटीलेटर उपलब्ध करवाए। विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति करें ताकि गंभीर रोगियों का भी यहां इलाज हो सके। साथ ही स्वास्थ्य विभाग यहां एक एडवांस्ड लाइफ सेविग वैन भी उपलब्ध कराए।

पटौदी क्षेत्र में भी बढ़ रही है कोरोना रोगियों की संख्या

पटौदी क्षेत्र में विशेषकर ग्रामीण अंचल में कोरोना रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भोडाकलां पीएचसी में 143, मंदपुरा में 92, पटौदी पीएचसी में 66 व हेलीमंडी पीएचसी में 32 सक्रिय कोरोना रोगी हैं। लोग अब भी सुरक्षा उपाय ठीक से नहीं अपना रहे हैं। अमूमन लोग बिना मास्क लगाए नजर आते हैं। यहां तक दुकानदार भी बिना मास्क के न•ार आते हैं व दुकानों के सामने व बाजारों में शारीरिक दूरी का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है।

पुलिस नाकों पर तो बिना मास्क पहने वाहन चालकों के चालान काटती न•ार आ जाती है लेकिन बाजार आदि में कोई ध्यान नहीं दे रहा है। पिछले दौर में मास्क न लगाने वालों के नगरपालिका पंचायतें आदि चालान काटती थी व गांव मोहल्लों को सैनिटाइज करती नजर आ जाती थीं परंतु अब यह सब नदारद हैं।

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