सार्वजनिक स्थानों पर नमाज को लेकर थमने लगा विवाद

दीपावली की पूर्व संध्या पर हिदू एवं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सामाजिक सौहार्द को मजबूत बनाने का संदेश दिया। सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने के खिलाफ बुधवार को जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग की उपस्थिति में आयोजित बैठक में दोनों समुदाय के लोगों ने दोस्ताना माहौल का परिचय दिया। मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने माना कि जिन 37 स्थानों पर वे नमाज पढ़ते हैं उसके लिए प्रशासन ने अधिकृत रूप से स्वीकृति नहीं दी है। मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने मांग की कि शहर व आसपास मस्जिदों के लिए जगह पर जहां भी अतिक्रमण या अवैध कब्जा है उसे हटाया जाए। हिदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसमें सहयोग करने का आश्वासन दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 08:08 PM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 08:50 PM (IST)
सार्वजनिक स्थानों पर नमाज को लेकर थमने लगा विवाद
सार्वजनिक स्थानों पर नमाज को लेकर थमने लगा विवाद

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : दीपावली की पूर्व संध्या पर हिदू एवं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सामाजिक सौहार्द को मजबूत बनाने का संदेश दिया। सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने के खिलाफ बुधवार को जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग की उपस्थिति में आयोजित बैठक में दोनों समुदाय के लोगों ने दोस्ताना माहौल का परिचय दिया। मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने माना कि जिन 37 स्थानों पर वे नमाज पढ़ते हैं, उसके लिए प्रशासन ने अधिकृत रूप से स्वीकृति नहीं दी है। मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने मांग की कि शहर व आसपास मस्जिदों के लिए जगह पर जहां भी अतिक्रमण या अवैध कब्जा है, उसे हटाया जाए। हिदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसमें सहयोग करने का आश्वासन दिया।

पिछले डेढ़ महीने से सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने को लेकर विवाद चल रहा है। इसे लेकर संयुक्त हिदू संघर्ष समिति ने कुछ दिन पहले ऐलान किया था कि चाहे लाठी चले या फिर गोली, वे लोग सार्वजनिक स्थानों पर नमाज नहीं पढ़ने देंगे। इसके बाद प्रशासन ने सक्रियता दिखाई। पहले मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों के बाद फिर हिदू समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बुधवार को दोनों समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त रूप से बैठक की। इसमें संयुक्त हिदू संघर्ष समिति की ओर से अध्यक्ष महावीर भारद्वाज, ब्रह्मप्रकाश कौशिक, सेवानिवृत्त न्यायाधीश अनिल कुमार बिमल, पूर्व सरपंच नत्थू सिंह एवं राजीव मित्तल शामिल हुए जबकि मुस्लिम समुदाय से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक खुर्शीद राजाका एवं मुस्लिम एकता मंच के चेयरमैन हाजी शहजाद खान सहित छह लोग शामिल हुए। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में संयुक्त हिदू संघर्ष समिति के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने सामाजिक सौहार्द बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। उसका स्वागत है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक खुर्शीद राजाका ने स्वीकार किया कि कहीं भी बिना अनुमति के नमाज पढ़ना गलत है। जगह की कमी की वजह से मजबूरी में लोग सार्वजनिक स्थानों पर पढ़ते हैं। जगह की कमी कैसे दूर हो, इस बारे में प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। राष्ट्र की मजबूती के लिए सामाजिक सौहार्द की मजबूती आवश्यक है। सामाजिक सौहार्द मजबूत किए जाने से ही राष्ट्र का विकास होगा। इसके लिए आवश्यक है कि विवाद का समाधान दोस्ताना माहौल में बैठकर करें।

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बैठक के बाद हल्की नोकझोंक

बैठक के बाद हिदू एवं मुस्लिम संगठनों के कुछ प्रतिनिधियों के बीच हल्की नोक-झोंक भी हुई लेकिन दोनों पक्ष के अन्य लोगों ने माहौल को शांत करा दिया। मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति का आरोप था कि उनकी बात को दबाया जा रहा है। मामले को शांत करने वालों ने कहा कि सामाजिक सौहार्द के लिए एक-एक व्यक्ति को प्रयास करना होगा।

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गोवर्धन पूजा की तैयारी जोरों पर

सेक्टर-12ए में इस सप्ताह शुक्रवार को संयुक्त हिदू संघर्ष समिति द्वारा आयोजित गोवर्धन पूजा की तैयारी जोरों पर जारी है। इसमें विश्व हिदू परिषद के कई पदाधिकारी शरीक होंगे। दावा है कि इसमें हजारों लोग भाग लेंगे। इधर, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक खुर्शीद राजाका ने कहा है कि पूजा में प्रसाद ग्रहण करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग भी पहुंचेंगे। ----------

संशोधित : इमामों के साथ की बैठक जासं, गुरुग्राम : सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने के खिलाफ गतिरोध को पूरी तरह समाप्त करने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी दिशा में जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बुधवार शाम उन सभी इमामों के साथ अपने कार्यालय में बैठक की जो 37 स्थानों पर नमाज पढ़ाते हैं। संयुक्त हिदू संघर्ष समिति के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज का कहना है कि सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत चल रही है। अगले एक महीने के भीतर स्थान को जीरो पर लाना है यानी कहीं भी सार्वजनिक स्थान पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। समाधान के लिए हिदू एवं मुस्लिम समुदाय से पांच-पांच लोगों को लेकर कमेटी बनाई गई है। इसमें एसडीएम एवं एक एसीपी को भी शामिल किया गया है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक खुर्शीद राजाका ने बताया कि फिलहाल इस शुक्रवार को 37 में से 20 स्थानों पर ही नमाज पढ़ी जाएगी। इधर, सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करने वाले भारत माता वाहिनी के संस्थापक अध्यक्ष दिनेश भारती ने कमेटी में उन्हें नहीं शामिल करने पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमें खारिज किए जाएं।

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