इसी माह जारी किया जाएगा सफाई के ठेके का नया टेंडर
नगर निगम में काम कर रही छह सफाई एजेंसियों का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो जाएगा। इसके लिए अब दोबारा नया टेंडर किया जाएगा। पिछले कई माह से एजेंसियों का कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम में काम कर रही छह सफाई एजेंसियों का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो जाएगा। इसके लिए अब दोबारा नया टेंडर किया जाएगा। पिछले कई माह से एजेंसियों का कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है। इसी माह स्वच्छ सर्वेक्षण भी होना है। सर्वेक्षण के लिए केंद्र की एक टीम शहर में आएगी। निगम अधिकारियों का कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण का कार्य व शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित न हो, इसके लिए सफाई एजेंसी इस माह तक काम करेगी। तीन साल से छह एजेंसियां नगर निगम में कार्य कर रही है। सफाई पर खर्च हो रहे 200 करोड़ रुपये
शहर में सफाई व्यवस्था पर सालाना 200 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। शहर में सफाई के कार्य के अलावा कचरा उठान के लिए भी कचरा प्रबंधन कर रही कंपनी इको ग्रीन को भी हर माह ढाई करोड़ रुपये का भुगतान हो रहा है। लेकिन बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट नहीं लगने के कारण 30 लाख टन कूड़े का पहाड़ बन चुका है। हालात ये है कि प्लांट लगाने के लिए भी जमीन खाली नहीं हो रही है।
इको ग्रीन एनर्जी साल 2017 से शहर में कचरा प्रबंधन का कार्य कर रही है, लेकिन कूड़ा उठाने के अलावा कोई काम नहीं किया है। नगर निगम द्वारा भी इको ग्रीन को सिर्फ कूड़ा उठाने के नाम पर ही 150 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। कूड़े का निपटान नहीं होने से इसका असर स्वच्छता रैंकिग पर भी हो सकता है। टाप-10 स्वच्छ शहरों की सूची में शुमार होने के लिए नगर निगम को और ज्यादा मेहनत करनी होगी। - निजी सफाई एजेंसियों का कार्यकाल 31 मार्च तक है। इसी माह सफाई के लिए नया टेंडर किया जाएगा।
धीरज कुमार, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन ) गुरुग्राम।