फ्लैटों को रिपेयर और सफाई करा जरूरतमंदों को अलाट करें

सीएम मनोहर लाल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह एक माह के अंदर इन फ्लैटों को रिपेयर और साफ-सफाई करा जरूरतमंदों को अलाट करें। इस काम में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:03 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:14 PM (IST)
फ्लैटों को रिपेयर और सफाई  करा जरूरतमंदों को अलाट करें
फ्लैटों को रिपेयर और सफाई करा जरूरतमंदों को अलाट करें

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को सेक्टर-47 में जरूरतमंद परिवारों के लिए बनाए गए आशियाना फ्लैटों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह एक माह के अंदर इन फ्लैटों को रिपेयर और साफ-सफाई करा जरूरतमंदों को अलाट करें। इस काम में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए।

बता दें कि सेक्टर-47 में आशियाना योजना के अंतर्गत लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए 1088 फ्लैट खंडहर में तब्दील हो गए हैं। पिछले कई वर्षों से किसी जरूरतमंद परिवार को फ्लैट अलाट नहीं किए गए हैं। लोगों द्वारा बार-बार शिकायत की जा रही थी कि यह असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता जा रहा है। यहां बने अधिकतर फ्लैटों की खिड़कियां तथा दरवाजे टूटे हुए हैं। स्थानीय निवासियों द्वारा बार-बार इस बात की शिकायत की जाती रही है कि यहां लोग शराब पीते हैं।

27 फरवरी, 2011 को इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा द्वारा किया गया था। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेश के बाद इस बात की उम्मीद बढ़ी है कि अब इन फ्लैटों को उनके हकदारों को जल्द से जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा।

हास्टल की सीटों पर मेरिट सूची जारी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : राजकीय महिला महाविद्यालय, सेक्टर-14 के स्नातक कोर्सों में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब हास्टल सीटों की मेरिट सूची जारी कर दी गई है। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. आरके गर्ग ने बताया कि स्नातक कोर्सों के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए हास्टल मेरिट सूची जारी कर दी गई है। सूची में विद्यार्थियों को महाविद्यालय और उनके घर के अंतराल के आधार पर अंक दिए गए हैं।

विद्यार्थियों को हास्टल में सीटों के लिए पहले गूगल फार्म भरने के लिए दिया गया था। इसी के आधार पर मेरिट सूची बनाई गई है। सूची में 130 विद्यार्थियों को सीटें दी गई हैं। इनमें 20 प्रतिशत सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहती हैं। बीए कोर्स की कोई सीट नहीं होती है क्योंकि यह कोर्स सभी महाविद्यालयों में होता है। अधिकतर आनर्स कोर्सों के विद्यार्थियों को हास्टल में सीटें दी जाती हैं। प्राचार्य डा. आरके गर्ग ने बताया कि महाविद्यालय में पांच हास्टल हैं जिनमें स्नातक कोर्सों के लगभग 650 विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था है।

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