आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव से लाकडाउन का असर कम

इस बार कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से लागू लाकडाउन का आइटी आइटी इनेबल्ड एवं टेलिकाम सेक्टर पर अधिक असर नहीं है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि 90 फीसद कंपनियों ने अपनी आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:47 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:47 PM (IST)
आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव से लाकडाउन का असर कम
आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव से लाकडाउन का असर कम

आदित्य राज, गुरुग्राम

इस बार कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से लागू लाकडाउन का आइटी, आइटी इनेबल्ड एवं टेलिकाम सेक्टर पर अधिक असर नहीं है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि 90 फीसद कंपनियों ने अपनी आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव कर दिया है। इससे कर्मचारी कंपनी परिसर की तरह ही कंपनी डाटा एवं कस्टमर डाटा एक्सेस कर रहे हैं। यही नहीं कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के घरों को एक्सटेंशन पार्ट मान लिया है यानी जिस प्रोटोकाल के तहत कर्मचारी कंपनी परिसर में काम करते हैं, उसी प्रोटोकाल के तहत वे अब अपने घरों में काम कर रहे हैं।

साइबर सिटी में आइटी, आइटी इनेबल्ड एवं टेलिकाम सेक्टर की लगभग चार हजार कंपनियां हैं। इनमें लगभग दो लाख लोग काम करते हैं। गत वर्ष लाकडाउन लागू होने के बाद तीनों सेक्टर का काम लगभग ठप हो गया था। इससे कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। आगे फिर इस तरह की स्थिति सामने आने पर कारोबार को नुकसान न हो, इसके लिए 90 फीसद कंपनियों ने तकनीक विकसित करने के ऊपर जोर दिया। इसका लाभ कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मिल रहा है। जैसे ही संक्रमण बढ़ना शुरू हुआ वैसे ही कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम कर दिया गया।

वर्क फ्राम होम के दौरान भी कर्मचारी कंपनी परिसर की तरह काम करें, इसके लिए आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव कर दिया गया। पहले कंपनी डाटा एवं कस्टमर डाटा को परिसर से बाहर एक्सेस नहीं किया जा सकता था। ऐसा करना अपराध माना जाता था। अब कर्मचारियों को अधिकार दिया गया है कि वे अपने घरों में कंपनी डाटा एवं कस्टमर डाटा को एक्सेस कर सकते हैं। इससे एक फीसद भी कंपनियों का काम प्रभावित नहीं हो रहा है। 10 फीसद कंपनियों के पास सुविधा नहीं

तीनों सेक्टर की लगभग 10 फीसद कंपनियां ऐसी हैं, जो अभी भी पुराने तरीके से काम कर रही हैं। कंपनियों के कर्मचारियों ने मूवमेंट पास बना लिया है। इस वजह से उनका कारोबार भी अधिक प्रभावित नहीं है। ये कंपनियां भी धीरे-धीरे तकनीक विकसित करने पर जोर दे रही हैं ताकि आगे यदि तीसरी लहर आए तो दिक्कत न हो। कोरोना की पहली लहर ने आइटी, आइटी इनेबल्ड एवं टेलिकाम सेक्टर की कंपनियों को काफी कुछ आगे सोचने को मजबूर किया। उसका लाभ अब दिख रहा है। 90 फीसद कंपनियों पर लाकडाउन का असर नहीं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह आइटी सिक्योरिटी पालिसी में बदलाव है। पालिसी में बदलाव से कहीं कोई कर्मचारी कंपनी डाटा एवं कस्टमर डाटा का दुरुपयोग न कर दे, इस बात की आशंका है। हालांकि अभी तक इस बारे में एक भी शिकायत सामने नहीं आई है।

--- प्रदीप यादव, प्रेसिडेंट, हाइटेक इंडिया (आइटी, आइटी इनेबल्ड एवं टेलिकाम सेक्टर की कंपनियों का संगठन)

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