सेल्फी विद डॉटर की ब्रांड एंबेसडर करेंगी मेवात की महिलाओं को जागरूक

मेवात (नूंह) की महिलाओं को जागरूक करने के लिए मेवात की ही पांच लाडो आगे आई है। इन पांच लाडो को सेल्फी विथ डॉटर की ब्रांड एंबेस्डर बनाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 05:54 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 05:54 PM (IST)
सेल्फी विद डॉटर की ब्रांड एंबेसडर करेंगी मेवात की महिलाओं को जागरूक
सेल्फी विद डॉटर की ब्रांड एंबेसडर करेंगी मेवात की महिलाओं को जागरूक

महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)

मेवात (नूंह) की महिलाओं को जागरूक करने के लिए मेवात की ही पांच लाडो आगे आई है। इन पांच लाडो को सेल्फी विद डॉटर की ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के प्रणब फाउंडेशन में इन सभी लड़कियों को ट्रेनिग दी गई है। पांच बेटियों को पांच-पांच गांव गोद लेने के लिए कहा गया है। इनमें से दो बेटियां विश्वविद्यालय की छात्रा हैं। वे दोनों विश्वविद्यालय को भी गोद लेंगी।

सेल्फी विद डॉटर के जनक बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान ने महिलाओं को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। बेटियों को पढ़ाने व उनको आगे लाने के लिए उन्होंने एक अनोखी पहल शुरू करके सेल्फी विद डॉटर की शुरुआत की। इस योजना के तहत मेवात क्षेत्र से बेटियों के साथ 895 सेल्फी उनके पास आई। इनमें से उन्होंने पांच बेटियों का चयन किया। फिरोजपुर झिरका खंड के गांव भोंड की अरस्तुन, साकरस गांव की शहनाज बानो, पीपाका गांव की रिजवाना, ऐंचवाड़ी गांव की वसीमा और टांई गांव की अंजुम इस्लाम शामिल है।

इन लाडो को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। महिलाओं को जागरूक करने के लिए इनको अलीपुर स्थित प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन में ट्रेनिग दी गई। डॉ. केजी वानखेड़े, सुनील नंदा व सेल्फी विथ डॉटर के जनक और प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन के सलाहकार सुनील जागलान ने इन पांचो लाडो को ट्रेनिग दी। मेवात क्षेत्र में महिलाओं को आगे आने के लिए परिवार ही सबसे बड़ी बाधा बनता है। महिलाओं को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा। मुझे खुशी है कि प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन ने इस काम के लिए मुझे चुना।

अरस्तून, भोंड गांव (फिरोजपुर झिरका) समाज की आधी आबादी आगे आएगी तभी समाज का विकास संभव है। क्षेत्र को विकास के पथ पर लाने के लिए महिलाओं का जागरूक होना जरूरी है। महिलाओं में जागरूकता लाने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा।

शहनाज बानो, साकरस गांव (फिरोजपुर झिरका) मेवात क्षेत्र पर हमेशा से पिछड़ापन का कलंक लगा हुआ है। इस पिछड़ेपन के कलंक को मिटाने के लिए महिलाओं को जागरूक करना बेहद जरूरी है। महिलाएं जागरूक होगी तभी विकास संभव होगा।

रिजवाना, पीपाका गांव (तावडू) मेवात क्षेत्र में महिला समाज में आगे आने से हिचकती है। महिलाओं को पुरुष ही आगे नहीं आने देते। मेवात क्षेत्र में इस परंपरा को तोड़ कर महिलाओं को आगे लाना होगा। बेटियों को पढ़ाने के लिए भी जागरूक करना होगा।

अंजुम इस्लाम, टांई गांव (नूंह खंड) महिलाओं को अपनी बेटियों को पढ़ाने के लिए जागरूक करना होगा। महिलाओं को यह बताने की जरूरत है कि बेटियां किसी भी मायनों में बेटे से कम नहीं है। बेटी के पढ़ने से दो परिवार संवर जाते हैं।

वसीमा खान, ऐंचवाड़ी गांव (पुन्हाना खंड) प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन ने गुरुग्राम और मेवात के 100 गांव को गोद लिया है। 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। अब 22 जनवरी से पांच बेटियों के माध्यम से मेवात की महिलाओं को जागरूक करने का कार्यक्रम शुरू किया जाए। इसके लिए ही मेवात की पांच लाडो का चयन किया गया है।

- सुनील जागलान, सलाहकार, प्रणव मुखर्जी फाउंडेशन व सेल्फी विद डॉटर के जनक

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