बर्ड फ्लू का खतरा : सुल्तानपुर पक्षी उद्यान की हो रही निगरानी

बर्ड फ्लू से पक्षियों के लिए एक बार फिर खतरा मंडराने लगा है। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन केंद्र में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मरने की पुष्टि हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 04:51 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 04:51 PM (IST)
बर्ड फ्लू का खतरा : सुल्तानपुर पक्षी उद्यान की हो रही निगरानी
बर्ड फ्लू का खतरा : सुल्तानपुर पक्षी उद्यान की हो रही निगरानी

मोनू यादव, फरुखनगर

बर्ड फ्लू से पक्षियों के लिए एक बार फिर खतरा मंडराने लगा है। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन केंद्र में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मरने की पुष्टि हुई है। इसके बाद एहतियात के तौर पर सुल्तानपुर स्थित राष्ट्रीय पक्षी उद्यान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वन्य विभाग द्वारा झील के स्थानीय व विदेशी पक्षियों की निगरानी की जा रही है। पक्षियों पर नजर रखने के लिए विभाग के अधिकारी, चिकित्सक व सुरक्षाकर्मी लगातार झील पर गश्त कर रहे हैं। सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 18 हजार पक्षी पहुंचे हुए हैं। वन्य जीव निरीक्षक राजेश चहल ने बताया कि फिलहाल बर्ड फ्लू के यहां कोई लक्षण नहीं हैं। एहतियात के तौर पर चिकित्सकों की टीम द्वारा निगरानी का कार्य किया जा रहा है।

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चूना डालने के निर्देश दिए झील के आसपास सभी मुर्गी फार्म के संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि फार्म के चारों ओर चूना डाल दें। फिलहाल किसी भी झील में बर्ड फ्लू के लक्षण किसी भी पक्षी में दिखाई नहीं दिए है। विभागीय तौर पर पक्षियों की जांच की जा रही है। सर्दी का मौसम आरंभ होते ही झील पर विदेशी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। फरवरी के अंत या मार्च के पहले पखवाड़े तक विदेशी पक्षी वापस लौटने लग जाते हैं। विदेशी पक्षी अपने साथ किसी प्रकार का रोग तो नहीं लेकर आए हैं, उसकी जांच के लिए पक्षियों की बीट व खून के नमूने लिए जाते हैं। पक्षियों के बचाव के लिए पहले ही उनकी बीट पर चूना डाला गया है ताकि बीमारी न फैले। इसके अलावा यमुना रेती डाली जाती है जिससे बर्ड फ्लू फैलने की संभावना कम हो जाती है।

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