बिलासपुर थाना प्रभारी निलंबित, डीएलएफ फेज-1 प्रभारी लाइन हाजिर
काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ पुलिस आयुक्त केके राव बेहद सख्त नजर आए। पुलिस आयुक्त ने न केवल कई पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाई बल्कि बिलासपुर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ पुलिस आयुक्त केके राव बेहद सख्त नजर आए। पुलिस आयुक्त ने न केवल कई पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाई, बल्कि बिलासपुर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। डीएलएफ फेस-1 के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पांच थाना प्रभारियों को परिनिदा (काम से संतुष्ट से संतुष्ट नहीं होने पर कार्यशैली सुधारने के लिए सख्त लहजे में कहना) का नोटिस पकड़ा दिया। कहा कि भविष्य में कोई गलती हुई तो किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस आयुक्त केके राव ने मंगलवार को सभी जोन के पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज व सभी अपराध शाखाओं के प्रभारियों की बैठक ली। बैठक में पुलिस आयुक्त पूरी तरह एक्शन मोड में दिखाई दिए। पिछली बैठक में जिन कामों की जिम्मेदारी दी गई थी। उन कार्यो की समीक्षा की गई। जिन्होंने इस दौरान काम में लापरवाही बरती। उनको कड़ी फटकार लगाई। बिलासपुर के थाना प्रभारी नीरज को निलंबित करने के निर्देश दिए गए। डीएलएफ फेस 1 के थाना प्रभारी अजय मलिक को लाइन हाजिर कर दिया गया। इसके अलावा पांच थाना प्रभारियों को काम में लापरवाही बरतने पर कड़ी फटकार लगाई गई। उनको परिनिदा के नोटिस दिए गए हैं।
बैठक में सभी पुलिस अधिकारियों को जांच के लिए लंबित मामलों को तुरंत प्रभाव से निपटाने के निर्देश दिए। किसान आंदोलन के मद्देनजर व 26 जनवरी पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध करने को कहा गया। सभी थाना प्रभारियों को थाने में आने वाली शिकायतों को तुरंत प्रभाव से निपटाने को कहा। इस संबंध में अगर शिकायत किसी उच्च अधिकारी के पास पहुंचती है तो उसके लिए थाना प्रभारी जिम्मेदार होंगे। पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिस अधिकारियों व थाना प्रभारियों को सचेत किया कि भविष्य में किसी के खिलाफ कोई शिकायत आएगी तो तुरंत विभागीय कार्रवाई की जाएगी।