त्योहारी सीजन में सदर बाजार में वाहनों के प्रवेश पर लगे रोक

गुरुग्राम के सबसे बड़े एवं पारंपरिक बाजार सदर में त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 06:59 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 06:59 PM (IST)
त्योहारी सीजन में सदर बाजार में 
वाहनों के प्रवेश पर लगे रोक
त्योहारी सीजन में सदर बाजार में वाहनों के प्रवेश पर लगे रोक

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुग्राम के सबसे बड़े एवं पारंपरिक बाजार सदर में त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सुबह से लेकर देर शाम तक बाजार में इनका उनका आना-जाना लगा रहता है। ऐसे उत्साहपूर्ण माहौल में बाजार में प्रवेश करने वाले वाहन दुकानदार से लेकर ग्राहकों तक के लिए समस्या बन गए हैं।

कारों एवं आटो के कारण सबसे अधिक दिक्कत हो रही है। ग्राहकों का कहना है कि वाहनों के आने-जाने से उन्हें बाजार में प्रवेश काफी परेशानी हो रही है। यही कारण है कि ग्राहकों से लेकर दुकानदारों तक की मांग है कि बाजार में दुपहिया वाहनों के अलावा अन्य प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर नियंत्रण जरूरी है।

बाजार में वाहनों के लगातार आने-जाने से दिन भर जाम का माहौल बना रहता है। यहां सबसे अधिक आटो एवं कारें नए रेलवे रोड और पुराने रेलवे रोड के जरिए प्रवेश करती हैं। बाजार के व्यापारी राकेश जैन का कहना है कि आटो चालक शार्ट कट के चक्कर में बाजार वाली रोड का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन्हें रोकने की जरूरत है। ऐसे ही चलता रहा तो लोगों की परेशानी काफी बढ़ जाएगी।

इसी प्रकार से कपड़ा कारोबारी विजय गुप्ता का कहना है कि बाजार में अगर सिर्फ ग्राहकों के ही वाहन आएं तो भी अधिक दिक्कत नहीं होगी। परेशानी का सबसे बड़ा कारण ऐसे वाहन वालों का प्रवेश है जिनका बाजार में कोई काम नहीं होता। वह सिर्फ सड़क के एक पार से दूसरी पार जाने के लिए बाजार वाली रोड का इस्तेमाल करते हैं। उनका कहना है कि काफी ग्राहक सिर्फ इसलिए नहीं सदर बाजार में नहीं आना चाहते हैं कि उन्हें यहां जाम के कारण काफी परेशानी होती है।

ग्राहक सुमिता बंसल का कहना है कि बाजार के अंदर वाहनों के प्रवेश पर रोक लग जाए तो समस्या का समाधान हो जाएगा। जाम के कारण यहां खरीदारी के लिए आना बड़ा ही कठिन हो जाता है। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में आने वाले ग्राहकों के लिए अभी पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। इसकी मांग पिछले डेढ़ दशक से की जा रही है। मगर अभी तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है। नवरात्र की शुरुआत के साथ ही बाजार में ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे में बाजार में वाहनों के प्रवेश से परेशानी बढ़ती जा रही है।

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