बंदरों का खौफ, एक अध्यापिका व दो छात्राओं को काटा

राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक विद्यालय की छात्राए बंदरों से परेशान हैं। बुधवार आधी छुट्टी के समय जब छात्राएं पहली मंजिल के कमरे से नीचे उतर कर आ रही थी तभी लंच बाक्स छीनने के बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बंदरों ने पांच छात्राओं को काट खाया। एक छात्रा बचने के लिए दौड़ी तो गिर पड़ी जिससे उसके पैर में फ्रेक्चर हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 07:00 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 07:00 PM (IST)
बंदरों का खौफ, एक अध्यापिका व दो छात्राओं को काटा
बंदरों का खौफ, एक अध्यापिका व दो छात्राओं को काटा

संवाद सहयोगी, सोहना: राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक विद्यालय की छात्राएं बंदरों से परेशान हैं। बुधवार को आधी छुट्टी के समय जब छात्राएं पहली मंजिल के कमरे से नीचे उतर कर आ रही थीं तभी लंच बॉक्स छीनने के लिए बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बंदरों ने पांच छात्राओं को काट खाया। एक छात्रा बचने के लिए दौड़ी तो गिर पड़ी, जिससे उसके पैर में फ्रेक्चर हो गया। बंदरों के हमले से बचाने के लिए अध्यापिका सामने आई तो उन्हें भी एक बंदर ने काट खाया।

छात्रा प्रियका, शहनाज, सुधा, कमल, मधु व अध्यापिका स्वदेश को सोहना के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया है। वहां से प्रियंका को गुरुग्राम के अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। अन्य छात्राओं को घर भेज दिया गया। स्कूल प्रिसिपल सुनील कुमारी ने बताया स्कूल के समीप खड़े पेड़ों में चार सौ से अधिक बंदरों के झुंड रहते हैं। जो अक्सर स्कूल में घुस आते हैं। छात्राओं को लंच करना दूभर होता है। कई बार तो बंदरों के खौफ से स्कूल में अवकाश करना पड़ रहा है। वहीं घटना के बाद स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिला प्रशासन को बंदरों को पकड़ने के लिए मुहिम चलानी चाहिए। अधिकारी इसी तरह लापरवाही दिखाते रहे तो किसी के बच्चे की जान चली जाएगी। सुधा के पिता अमर ने कहा कि उनकी बेटी के कपड़े बंदरों ने बुरी तरह से फाड़ दिए। उसे स्कूल की अध्यापिका की शॉल ओढ़ाकर घर ले जाना पड़ा।

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