अरावली उत्सव में तस्वीरों के जरिए दिखेंगी वादियों की खूबसूरती

हंसराज, नया गुरुग्राम साइबर सिटी के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर में फैली अरावली की खूबसूरत पहाि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Feb 2018 03:00 AM (IST) Updated:Tue, 13 Feb 2018 03:00 AM (IST)
अरावली उत्सव में तस्वीरों के जरिए दिखेंगी वादियों की खूबसूरती
अरावली उत्सव में तस्वीरों के जरिए दिखेंगी वादियों की खूबसूरती

हंसराज, नया गुरुग्राम

साइबर सिटी के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर में फैली अरावली की खूबसूरत पहाड़ियों और उसके सौंदर्य को तस्वीरों के जरिए प्रदर्शित किया जाएगा। 18 फरवरी से डीएलएफ साइबर हब में शुरू हो रहे अरावली उत्सव में वन क्षेत्र के मनोरम ²श्यों की झलक देखने को मिलेगी।

130 तस्वीरों के जरिए दिखेगी खूबसूरती:

कहते है कि एक अच्छी तस्वीर का प्रभाव हजार शब्दों के बराबर होता है। दस दिवसीय उत्सव में लगने वाली तस्वीरें इस पंक्ति को चरितार्थ करती दिखेंगी। प्रदर्शनी में पिछले एक साल में आठ छायाकारों की अरावली के सुदूर वन क्षेत्रों में खींची गई 130 तस्वीरें प्रदर्शित होंगी। इन आठ छायाकारों में अंकुर दत्ता, ऑन हसन नकवी, भवेश भाटी, मनु यादव, मोहित अग्रवाल, प्रखर पंत, सृष्टि भारद्वाज और संदीप विश्वास के चित्रों का प्रदर्शन होगा। इसके अलावा आदित्य आर्या, भरत गोयल, शरत शर्मा, विजय धसमाना, अनिल आडवानी, अनंत शुक्ला सरीखे वरिष्ठ छायाकारों की तस्वीरें भी अरावली की खूबसूरती बयां करेंगी।

आयोजन के लिए विभिन्न संस्थाएं आईं एक साथ:

उत्सव के आयोजन में शहर की संस्था आइएम गुड़गांव, जीएमडीए (गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी), आइएफएएफ ( इंडिया फोटो आर्काइव फाउंडेशन) जैसी संस्थाएं एक साथ आ रही हैं। इस आयोजन में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का सहयोग भी मिल रहा है। जिसके आयोजन में आएम गुड़गांव संस्था की सह-संस्थापक लतिका ठुकराल, पर्यावरणविद आदित्य आर्या, पर्यावरण शोधकर्ता प्रदीप कृष्णन व पर्यावरण एवं वन विश्लेषक चेतन अग्रवाल विशेष योगदान दे रहै हैं।

अपने आसपास के बारे में बताना है उद्देश्य:

अरावली उत्सव के उद्देश्य को लेकर आयोजकों ने बताया कि शहर में यह अपने तरह का पहला उत्सव है। कुछ माह पूर्व इंडिया हैबीटेट सेंटर (दिल्ली) में प्रदर्शनी लगाई गई थी। पब्लिक रिस्पांस को देखते हुए साइबर हब में आयोजन का मन बनाया। उत्सव के जरिए लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता के साथ-साथ अपने आसपास के वन संपदा की जानकारी देना भी है। साथ ही छात्रों, फोटोग्राफी के शौकीनों, पक्षी प्रेमियों और पर्यावरणविदों के अलावा प्रदर्शनी में आने वाले दर्शकों को खूबसूरत वादियों की विशेष जानकारी मिलेगी।

टॉक एंड वॉक रहेगा आकर्षण का केंद्र:

प्रदर्शनी के सातवें और आठवें दिन टॉक एंड वॉक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। जिसमें इच्छुक लोगों को अरावली की वादियों का करीब से देखने को मिलेगा। इस दौरान अरावली की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ और पर्यावरणविद लोगों के सवालों का जवाब देंगे।

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