कच्चे माल के भाव में वृद्धि का नजर आने लगा है साइड इफेक्ट

औद्योगिक कच्चे माल की बढ़ी कीमत का साइड इफेक्ट अब उद्योग जगत पर साफ-साफ नजर आने लगा है। बड़ी औद्योगिक इकाइयों की सहायक के रूप में काम कर रही छोटी औद्योगिक इकाइयों के लिए कच्चे माल की बढ़ी कीमत मुसीबत बन गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 06:51 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 06:51 PM (IST)
कच्चे माल के भाव में वृद्धि का नजर आने लगा है साइड इफेक्ट
कच्चे माल के भाव में वृद्धि का नजर आने लगा है साइड इफेक्ट

यशलोक सिंह, गुरुग्राम

औद्योगिक कच्चे माल की बढ़ी कीमत का साइड इफेक्ट अब उद्योग जगत पर साफ-साफ नजर आने लगा है। बड़ी औद्योगिक इकाइयों की सहायक के रूप में काम कर रही छोटी औद्योगिक इकाइयों के लिए कच्चे माल की बढ़ी कीमत मुसीबत बन गई है। इससे उन्हें पिछले दो माह से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही कारण है कि वह जिन्हें उत्पादों की सप्लाई करते हैं, उनसे ही कच्चे माल के बढ़े भाव के अनुसार उत्पादों की कीमत तय करने की लिखित मांग की है। इसे लेकर लगातार बातचीत चल रही है। एमएसएमई से जुड़े उद्यमियों का कहना है कि यदि बड़े उद्योग उत्पादों की कीमत बढ़ाने को राजी नहीं होते हैं तो उन्हें वह सप्लाई करने की स्थिति में नहीं रह पाएंगे।

स्टील, रबर, प्लास्टिक, पीतल, कापर, एल्युमिनियम और लोहे से संबंधित कच्चे माल की कीमत अप्रत्याशित रूप से लगातार बढ़ती जा रही है। जो उद्योग जगत के लिए चिता का विषय बनी हुई है। उद्यमी राजेश सहिजवानी का कहना है कि कच्चे माल के भाव में जिस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं वह औद्योगिक सेहत के लिए ठीक नहीं हैं। इन्हें नियंत्रित करने को लेकर सरकार को उचित कदम उठाने होंगे। एक फरवरी को वर्ष 2021-22 का जो आम बजट लोकसभा में पेश होने जा रहा है उसमें कच्चे औद्योगिक माल के मूल्य नियंत्रण की दिशा में उचित निर्णय लेना होगा। बजट से पहले ही सरकार को इस मामले में त्वरित निर्णय लेना चाहिए।

आटोमोबाइल जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि हर प्रकार के वाहनों की कीमत में कच्चे माल की महंगाई के कारण बढ़ोत्तरी हो रही हैं। मारुति जैसी वाहन निर्माता कंपनी पहले ही यह घोषणा कर चुकी है कि वाहनों के दाम बढ़ाए जाएंगे। टेलीविजन, फ्रीज व वाशिग मशीन सहित अन्य क्षेत्र के उत्पादों की कीमत भी बढ़ेगी। इससे आमजन पर महंगाई की भारी मार पड़ने वाली है।

कच्चे माल की कीमत में भारी बढ़ोत्तरी चिता का विषय है। इसका असर यह है कि इससे वाहनों के दाम बढ़ेंगे। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड द्वारा कारों के दाम को बढ़ाने की घोषणा की जा चुकी है।

आरसी भार्गव, चेयरमैन, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड

कच्चे माल की कीमत में जिस प्रकार से वृद्धि हो रही है इससे विभिन्न प्रकार के उत्पादों की कीमत में भारी इजाफा होने की संभावना बढ़ती जा रही है। इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। शायद ही कोई क्षेत्र हो जिस पर इसका असर नहीं पड़े। इस दिशा में सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

पवन यादव, अध्यक्ष, आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, मानेसर

लोहे, स्टील, रबर, प्लास्टिक, पीतल, कापर सहित अन्य प्रकार के औद्योगिक कच्चे माल के रेट में अप्रत्याशित इजाफा हो रहा है। इससे एमएसएमई क्षेत्र की इकाइयों को काफी दिक्कत हो रही है। यह जिन्हें सप्लाई देते हैं उनसे भाव बढ़ाने के लिए कहा जा रहा है।

दीपक मैनी, प्रदेश महासचिव, एफआइआइ

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