उपभोक्ताओं से रिकवरी के बाद बिजली निगम अब बिल्डरों पर कसेगा शिकंजा

बिल्डरों की मनमानी के चलते बिजली उपभोक्ताओं की परेशानी को दूर करने के लिए बिजली निगम अब गंभीर हो गया है। सोसायटी में फ्लैट बनाकर देने के बाद उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं न देने पर अब बिजली निगम बिलों पर शिकंजा कसेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 08:35 PM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 08:35 PM (IST)
उपभोक्ताओं से रिकवरी के बाद बिजली  निगम अब बिल्डरों पर कसेगा शिकंजा
उपभोक्ताओं से रिकवरी के बाद बिजली निगम अब बिल्डरों पर कसेगा शिकंजा

महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)

बिल्डरों की मनमानी के चलते बिजली उपभोक्ताओं की परेशानी को दूर करने के लिए बिजली निगम अब गंभीर हो गया है। सोसायटी में फ्लैट बनाकर देने के बाद उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं न देने पर अब बिजली निगम बिलों पर शिकंजा कसेगा। ऐसे बिल्डरों के साथ सोमवार को बिजली निगम के प्रबंधक निदेशक (एमडी) डा. बलकार सिंह बैठक लेने गुरुग्राम पहुंच रहे हैं। करीब 16 बिल्डरों पर बिजली निगम की 317 करोड़ रुपये की इंडिक्वेसी (संसाधनों की पूर्ति न करना) है। यह पैसा बुनियादी ढांचा मुहैया कराने के लिए बिल्डरों द्वारा बिजली निगम को मुहैया कराना था। एमडी खुद बिल्डरों से रूबरू होकर बिजली संबंधी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बिल्डरों पर दबाव बनाएंगे। इसके अलावा सोमवार को बैठक में स्मार्ट सिटी की प्रगति रिपोर्ट पर भी चर्चा होगी। 500 किलोवाट से ऊपर के लंबित बिजली कनेक्शन के बारे में भी अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी।

सेक्टर 1 से 57 तक काफी समय पहले कई नामी बिल्डरों ने सोसायटी व प्लाट आदि बेचकर लोगों को बसा दिया। बिजली की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बिजली निगम का इन बिल्डरों के साथ यह करार होता है कि वह अपनी सोसायटी में बिजली का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करके देंगे। बिजली निगम उनको सोसायटी के गेट तक बिजली पहुंचाने का काम करेगा। शहर में 16 बिल्डरों ने बिजली निगम के साथ अपने करार को पूरा नहीं किया। इसकी वजह से इन सोसायटी और फ्लैट में रहने वाले लोगों को बिजली जैसी मूलभूत सुविधा से परेशानी होती है।

बिजली निगम का 16 बिल्डरों पर करीब 317 करोड़ रुपया ऐसा बकाया है जिस से बिल्डर को आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराना था। बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता व अधीक्षण अभियंता इन बिल्डरों के साथ इस आधारभूत ढांचे को पूरा कराने के लिए पिछले काफी दिनों से बातचीत कर रहे हैं। बिल्डर इन अधिकारियों की सुनने को तैयार नहीं होते हैं। अब बिजली निगम के उच्चाधिकारियों ने इन बिल्डरों पर शिकंजा कसने के लिए कदम उठाया है। सोमवार को दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंधक निदेशक डा. बलकार सिंह हेत्री हाउस में इन सभी 16 बिल्डरों के साथ बातचीत करेंगे।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रगति रिपोर्ट

बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए बिजली निगम ने शहर में 17 सौ करोड़ रुपए की लागत से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत अधिकतर बिजली की लाइनें भूमिगत होंगी। बिजली के मीटर में आधुनिक किस्म के स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसमें उपभोक्ताओं को बिजली बिल संबंधी या किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। डा. बलकार सिंह सोमवार को इस पूरे प्रोजेक्ट की प्रगति रिपोर्ट के बारे में भी अधिकारियों से बातचीत करेंगे। लंबित बिजली कनेक्शनों के बारे में भी होगी चर्चा

सेक्टर 1 से 57 तक बिजली निगम के पास 500 किलो वाट से ज्यादा लोड वाले कनेक्शन काफी लंबित पड़े हैं। यह कनेक्शन भी अधिकतर बिल्डरों के ही हैं। बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि निगम की तरफ से कोई कमी नहीं है। बिल्डरों ने इन कनेक्शन के आवेदन के साथ आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया है। बिजली निगम के पास 500 किलोवाट से ज्यादा सर्कल-टू में ही 60 कनेक्शन लंबित हैं। इसके अलावा 50 किलोवाट से ज्यादा के 102 कनेक्शन लंबित हैं। इन कनेक्शन को दिए जाने के बाद बिजली निगम को काफी बड़ी राजस्व की वसूली होगी। बिजली निगम इन कनेक्शन को जल्द से जल्द देने की तैयारी में जुट गया है।

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