जोगिया सब जानता है: बिजेंद्र बंसल

हमने महापुरुषों को अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार जातीय खाचे में फिट कर दिया है। खिलाड़ी भी इससे अछूते नहीं। ओलिंपिक में पिछले ओलिंपिक में जब पीवी सिंधू ने रजत पदक जीता तो सबसे अधिक उनकी जाति ही गूगल पर सर्च की गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 08:47 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 08:47 PM (IST)
जोगिया सब जानता है: बिजेंद्र बंसल
जोगिया सब जानता है: बिजेंद्र बंसल

पीवी सिंधू का हरियाणा कनेक्शन

हमने महापुरुषों को अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार जातीय खाचे में फिट कर दिया है। खिलाड़ी भी इससे अछूते नहीं। ओलिंपिक में पिछले ओलिंपिक में जब पीवी सिंधू ने रजत पदक जीता तो सबसे अधिक उनकी जाति ही गूगल पर सर्च की गई। तब साक्षी मलिक ने कास्य जीता था। उनकी भी जाति जानने की लोगों में उत्कट अभिलाषा थी। सिंधू हैदराबाद की हैं और साक्षी हरियाणा की, इससे लोग कहा संतुष्ट होने वाले थे। खैर, जोगिया ने सर्च करने की कोशिश नहीं की। साक्षी के बारे में पता था, जाट परिवार की हैं। लेकिन इस बार सिंधू के शानदार प्रदर्शन के बाद जोगिया को एक सज्जन ने बताया कि सिंधू हरियाणा की भले न हों, हैं जाट परिवार की। हालाकि वह सज्जन जाट परिवार से नहीं हैं। उनकी बात सुन जोगिया हैरान हो गया। उन्होंने राज खोला-सिंधू जाटों का एक गोत्र है। पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी सिंधू हैं।

प्रश्नों के उत्तर से निकलेंगे कई प्रश्न

पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, फिर भाजपा और अब सरकार में रहते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल यह भली-भाति जानते हैं कि पत्रकार असामान्य परिस्थितियों में काम करते हैं। हर तरह का जोखिम उठाकर जनसामान्य तक सूचनाएं पहुंचाते हैं। इसलिए पत्रकारों का कार्य प्रशसनीय है। मुख्यमंत्री की यही सोच रही कि उनकी सरकार ने राज्य के पत्रकारों को भी पाच लाख रुपये सालाना तक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना का निश्शुल्क लाभ दिया है। इससे उत्साहित पत्रकारों ने नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस दौरान विनोदी माहौल में मुख्यमंत्री से पत्रकारों ने प्रश्न पूछने की इच्छा जाहिर कर दी। लेकिन राजनीति के माहिर खिलाड़ी बन चुके मुख्यमंत्री ने अपने प्रश्न टाल दिए। बोले- अब तो उनके प्रश्नों का उत्तर मिल जाएगा, मगर बाद में इन प्रश्नों में से बहुत से प्रश्न निकल आएंगे। इसलिए प्रश्नों को रहने दें। कुछ सुझाएं। ऐसा कि जिससे हमारी सरकार अच्छा कर सके।

संकट मोचक बना नड्डा का दरबार

हरियाणा में मनोहर लाल के नेतृत्व में सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा के प्रमुख नेता हों या फिर निर्दलीय विधायक सब दिल्ली पहुंच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दरबार की परिक्रमा कर रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल हों या उनके मंत्रिमंडल में तीसरे नंबर की हैसियत रखने वाले गृहमंत्री अनिल विज से लेकर जजपा नेता एवं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित निर्दलीय विधायकों में से मंत्री बने रणजीत चौटाला, सभी नड्डा दरबार को संकट मोचक मान रहे हैं। इन नेताओं के सामने संकट क्या है? इस बाबत यक्ष प्रश्न लेकर मीडियाकर्मी तैयार खड़े मिलते हैं। हालाकि इन्हें सही उत्तर किसी से नहीं मिला। वैसे, राष्ट्रीय अध्यक्ष से शिष्टाचार भेंट करने उनके दल के नेताओं सहित सहयोगी दल के नेता या निर्दलीय विधायक भी चले जाएं तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं। लेकिन नड्डा दरबार सीधे जाने से पहले भाजपा नेता अपने प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ से मंत्र लेना नहीं भूलते।

बात अर्थ की है

उत्तर प्रदेश और हरियाणा सीमा पर ब्रज क्षेत्र के पलवल शहर की एक अनोखी घटना की चर्चा इन दिनों दिल्ली से चंडीगढ़ तक है। पलवल बस स्टैंड के सामने शनिवार आधी रात के बाद कुछ अराजक तत्वों ने सामान से भरी तीन दुकानों को अर्थमूवर मशीन चलाकर तहस-नहस कर दिया। दुकानदारों ने पुलिस में शिकायत दी है कि वे 40 साल से किराये पर दुकान चला रहे हैं। दुकानों के असल मालिक ने शहर के कुछ दबंगों को ये दुकानें बेच दी हैं। दबंग दुकानदारों पर दुकान खाली कराने का दबाव बनाने में असफल रहे तो उन्होंने रात में इस घटना को अंजाम दे दिया। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर प्रथम दृष्टया अपने पाक-साफ होने प्रमाण भी दे दिया है लेकिन जोगिया को बुजुर्गवार बताते हैं कि ऐसी वारदात बिना शासन-प्रशासन के संरक्षण के नहीं होती हैं। क्योंकि इनमें अर्थ-शास्त्र समाहित होता है।

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