20 दिन में गिरफ्त में आए 21 इनामी बदमाश

संगठित अपराध की कमर तोड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीमों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसका प्रमाण है 20 दिनों के भीतर 21 इनामी बदमाशों का पकड़ा जाना।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 08:33 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 08:33 PM (IST)
20 दिन में गिरफ्त में आए 21 इनामी बदमाश
20 दिन में गिरफ्त में आए 21 इनामी बदमाश

आदित्य राज, गुरुग्राम

संगठित अपराध की कमर तोड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की टीमों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसका प्रमाण है 20 दिनों के भीतर 21 इनामी बदमाशों का पकड़ा जाना। इनमें कुख्यात गैंगस्टर अशोक राठी गैंग के दो मुख्य सदस्य भारत एवं मोहित भी शामिल हैं। दोनों के ऊपर एक-एक लाख का इनामी घोषित था। दोनों न केवल गांव अलीपुर की सरपंच ममता डागर के पति मनोज डागर की हत्या में शामिल थे बल्कि अगले कुछ दिनों के भीतर अपने साथियों के साथ मिलकर सात लोगों की हत्या करने वाले थे।

नए साल की शुरुआत के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीमों ने इनामी बदमाशों पर शिकंजा कसने की दिशा में सक्रियता बढ़ा दी है। गत वर्ष कुल 34 इनामी बदमाश पकड़े गए थे वहीं इस साल 20 दिनों के दौरान ही 21 का पकड़ा जाना यह दर्शाता है कि क्राइम ब्रांच की टीमें टाप गियर में हैं। वर्ष 2019 के दौरान 246 एवं वर्ष 2020 के दौरान 308 अवैध हथियार बरामद किए गए थे जबकि इस साल 20 दिनों के दौरान 51 अवैध हथियार, 160 कारतूस एवं 13 मैगजीन की बरामदगी की जा चुकी है। हालांकि इस आंकड़े से साफ है कि जिले में बाहर से बड़े पैमाने पर अवैध हथियार लाए जा रहे हैं या फिर अवैध हथियारों की बड़े पैमाने पर जिले में आपूर्ति की जा रही है। इसे देखते हुए क्राइम ब्रांच की टीमें हथियार उपलब्ध कराने वालों की भी तलाश तेज करेगी। बता दें कि पुलिस आयुक्त केके राव ने क्राइम ब्रांच टीमों को निर्देश दे रखा है कि सभी मोस्ट वांटेड, वांटेड ही नहीं बल्कि जितने भी इनामी बदमाश हैं, सभी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाएं। आवश्यकता पड़ने पर बदमाशों को उनकी भाषा में ही जवाब दें। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।

उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश से पहुंच रहे हथियार

बताया जाता है कि जिले में सबसे अधिक अवैध हथियार उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश से पहुंच रहे हैं। उत्तरप्रदेश के जिन जिलों से सबसे अधिक हथियार पहुंच रहे हैं उनमें मेरठ, मुजफ़्फरनगर, कानपुर, मथुरा एवं अलीगढ़ प्रमुख हैं। सबसे अधिक डिमांड कट्टे की है। इसके अलावा रिवाल्वर एवं पिस्टल की डिमांड है। यह भी बताया जाता है कि अपराध करने का अंदाज बदमाशों ने बदल दिया है। पहले बदमाश आवश्यकतानुसार ही गोलियां चलाते थे लेकिन अब अधिक से अधिक गोलियां चलाते हैं ताकि दहशत पैदा हो सके। गत वर्ष कई मामले ऐसे सामने आए जिनमें 10 से 20 राउंड तक फायरिग की गई। अपराध नियंत्रण को लेकर कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में क्राइम ब्रांच की टीमें बेहतर कर रही हैं। यही वजह है कि 20 दिनों के भीतर ही 21 इनामी बदमाश पकड़े जा चुके हैं।

-प्रीतपाल, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम

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