10 साल बाद चिल्ली झील के सुंदरीकरण पर काम होगा शुरू, 2 अक्टूबर को मिलेगी जिलावासियों को सौगात

जागरण संवाददाता फतेहाबाद फतेहाबाद जिले में अगर कोई ऐतिहासिक जगह है तो वो चिल्ली झील

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 08:08 AM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 08:08 AM (IST)
10 साल बाद चिल्ली झील के सुंदरीकरण पर काम होगा शुरू, 2 अक्टूबर को मिलेगी जिलावासियों को सौगात
10 साल बाद चिल्ली झील के सुंदरीकरण पर काम होगा शुरू, 2 अक्टूबर को मिलेगी जिलावासियों को सौगात

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : फतेहाबाद जिले में अगर कोई ऐतिहासिक जगह है तो वो चिल्ली झील है। लेकिन पिछले कई सालों से चिल्ली झील की यह हालत हो गई थी कि यहां से लोग गुजरने से भी परहेज करते हैं। 2010 के बाद फतेहाबाद जिले में जो भी मुख्यमंत्री आए उन्होंने चिल्ली झील को विकसित करने की घोषणा भी की। लेकिन हुआ कुछ भी नहीं था। लेकिन स्थानीय उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने इसी साल फतेहाबाद जिले का कार्यभार संभाला। अब उन्हीं की बदौलत जिलावासियों को वर्षो पुरानी सौगात मिलने वाली है। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती है। ऐसे में इसी दिन इस चिल्ली पर काम भी शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रकार की तैयारी भी पूरी हो गई है। जनस्वास्थ्य विभाग ने जो टेंडर लगाया था उसे खोल दिया गया है और उच्चाधिकारियों की मंजूरी भी मिल गई।

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16 फीट तक होगी खोदाई

चिल्ली झील से गाद निकालने के लिए 16 फीट तक खोदाई की जाएगी। माना जा रहा है कि चिल्ली झील की इतनी ही गहराई थी। लेकिन समय के साथ यहां पर मिट्टी आ गई और यह चिल्ली ना रहकर समतल क्षेत्र बन गया। यहीं कारण है कि अब इस झील की खोदाई कर गाद निकालने का प्लान तैयार किया है। चिल्ली झील करीब 27 कनाल तक फैली हुई है। लेकिन तीन कनाल में लोगों का कब्जा है। ऐसे में जिला प्रशासन 24 कनाल में ही इस चिल्ली झील को विकसित करने जा रहा है। जिस स्थान पर कब्जा है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है। यह वह जगह जो मुख्य तल से दूर है। ऐसे में इसका उपयोग बाद में दीवार निकालने के लिए किया जाएगा।

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तीन विभाग के अधिकारी एक साथ काम करेंगे।

जिला प्रशासन ने जिले के तीन विभाग जिसमें जनस्वास्थ्य विभाग, सिचाई विभाग व नगरपरिषद के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इनके काम भी बांट दिए गए है। सिचाई विभाग का काम होगा कि चिल्ली की खोदाई करे यहां पर बड़ा टैंक बनाया जाए ताकि इसी झील का रूप दिया जा सके। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी दी गई कि वह बरसाती पानी को रंगोई नाले में छोड़े। इसके लिए चिल्ली के पास एक बड़ा टैंक बनाया जाएगा। जिसमें सीवरेज व बरसात का पानी इकट्ठा होगा। इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग रंगोई नाले तक स्पेशल लाइन बिछाकर इस काम को करेगा। वही नगरपरिषद के अधिकारियों की जिम्मेदारी सुंदरीकरण पर लगाई गई है। इसके अलावा जो राशि खर्च होगी वो नगरपरिषद की तरफ से वहन किए जाएंगे।

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अब जरा आंकड़ों पर डाले नजर

-चिल्ली की कितनी है जमीन : 27 कनाल 9 मरले

-झील पर लोगों का कब्जा : 17 लोगों का

-कितनी जमीन पर कब्जा : 3 कनाल

-मुख्यमंत्री ने कब की थी घोषणा : 2010

-मुख्यमंत्री ने कितनी मिल चुकी है राशि : 8 करोड़ 42 लाख रुपये

-नप ने कंप्यूटराइज्ड करवाई निशानदेही : 2017

-निशानदेही पर खर्च हुई थी राशि : 3 लाख रुपये

-2 अक्टूबर को शुरू होगा काम।

-50 से अधिक कर्मचारी करेंगे काम।

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8.42 लाख रुपये की राशि प्रथम सत्र में होगी खर्च

चिल्ली झील के पानी निकासी और ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य जन स्वास्थ्य विभाग करेगाद। जिस पर 8 करोड़ 42 लाख रुपये की राशि खर्च होगी। चिल्ली झील की चारदीवारी बनाने और सौंदर्यकरण पर भी साढ़े 4 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। चिल्ली झील से गाद निकालने और चार दीवारी बनाने का कार्य सिचाई विभाग द्वारा करवाया जाएगा। चिल्ली झील से 20 इंची पाइप के द्वारा 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित अयाल्की रंगोई नाला में पानी की निकासी की जाएगी। इसके लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने टेंडर जारी कर दिया है। चिल्ली झील के सुंदरीकरण के लिए कंसलटेंट एजेंसी द्वारा संबंधित क्षेत्र का दौरा करवाए जाने और सुंदरीकरण में किन-किन चीजों को रखा जाना है और यहां के मौसम अनुसार किस प्रकार के पौधे लगाए जा सकते हैं।

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पपीहा पार्क में बना एसपीटी ने भी काम किया शुरू

जिला प्रशासन ने जल संरक्षण की पहल करते हुए स्थानीय पपीहा पार्क में जापानी डाइकी एक्सिस इंडिया कंपनी द्वारा एसटीपी लगाया गया है। यह एसटीपी कंपनी द्वारा डेमो के तौर पर लगाया गया है। भविष्य में एसटीपी के अच्छे परिणाम आने पर इसका विस्तार किया जाएगा और जिला के संभावित क्षेत्रों पर इसको लगाया जाएगा। यह प्लांट प्रतिदिन दस हजार लीटर शहर के गंदे पानी को साफ करेगा, जिससे बड़ी मात्रा में पानी की बचत होगी।

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जिलावासियों की सबसे पुरानी मांग यही थी कि चिल्ली झील का सुंदरीकरण हो। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर जिलावासियों को यह सौगात भी मिल जाएगी। वही पपीहा पार्क में एसटीपी प्लांट भी लगाया गया है जो डेमो के रूप में काम करेगा। जिले को सुंदर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। चिल्ली का निर्माण होने के बाद यहां पर पर्यटन भी बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

डा. नरहरि सिंह बांगड़

उपायुक्त फतेहाबाद।

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