अर्थव्यवस्था पर लंबे समय तक दिखेंगे लॉकडाउन के दुष्प्रभाव : मेहता
जागरण संवाददाता फतेहाबाद मनोहर मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग की अ
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
मनोहर मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग की ओर से महामारी के उपरांत भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुत्थान के लिए रणनीति विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में लगभग 2300 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस वेबिनार के मुख्य अतिथि मनोहर मेमोरियल सोसाइटी के महासचिव विनोद मेहता एडवोकेट थे वहीं अध्यक्षता कालेज प्राचार्य डा. गुरचरण दास ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय प्राचार्य डा. गुरचरण दास गर्ग ने एमएम कालेज प्रधान राजीव बत्रा, सभी वक्ताओं व प्रतिभागियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो. एमएम गोयल, पूर्व कुलपति जेएनयू जयपुर यूनिवर्सिटी, प्रो. वीरेन्द्र चौहान डिप्टी डायरेक्टर हरियाणा ग्रंथ अकादमी व महाविद्यालय के वाणिज्य विभागाध्यक्ष डा. संजीव त्रिखा ने भाग लिया। प्रो. गोयल ने अपने व्याख्यान में कहा कि महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवित करने के लिए संसाधानों को आबंटित करने के लिए वित्त विभाग को स्थायी बनाने की आवश्यकता है। प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने किसानों की दशा पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड-19 के दौरान श्रम प्रधान तकनीकों का ज्यादा प्रयोग किया जाए। डा. संजीव त्रिखा ने देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को धार्मिक व राजनीतिक दान बंद करना चाहिए।
वेबिनार के मुख्यतिथि विनोद मेहता एडवोकेट ने कालेज के 50 वर्ष पूरे होने पर बधाई देते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कि धन की कमी से कोई शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब भारत ही नहीं, पूरा विश्व कोविड की वजह से चरमराती अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है। डा. सुमंगला वशिष्ठ व संजीव शाद ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित किया वहीं वेबिनार को तकनीकी रूप से सफल बनाने में डा. विकेश सेठी व उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। इस वेबिनार की ऑर्गेनाइजिग टीम में डा. सुमंगला वशिष्ठ, नरेन्द्र, निहाल, संजना व पूनम आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष भूमिका अदा की।