दिनभर बदलता रहा मौसम, अनेक गांवों में हुई बूंदाबांदी, अगले दो दिनों तक परिवर्तनशील रहेगा मौसम
जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार बदल रहा है। जिससे ि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जिले में पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार बदल रहा है। जिससे किसान चितित है। मौसम विभाग ने 30 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील रहने व बरसात होने की संभावना जताई है। मंगलवार को दिनभर मौसम बदलता भी रहा। सुबह बादल थे तो दोपहर को मौसम साफ हो गया। लेकिन दो बजे फिर एकाएक मौसम बदल गया और जिले के कुछ गांवों में बूंदाबांदी हुई। जिले किसी गांव में झमाझम बरसात होने की सूचना नहीं है। दिनभर मौसम बदलने के कारण तापमान में भी उतार चढ़ाव रहा। दोपहर के बाद एक बार मौसम सुहावना हो गया था, लेकिन जैसे ही धूप निकली तो उमस ने लोगों को परेशान कर दिया। जिले में मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद किसान भी परेशान नजर आ रहे है। अगस्त व सितंबर महीने में जिले में रिकार्ड बरसात हुई है। जिले में ऐसा कोई गांव नहीं बचा है जहां बरसात के कारण फसलों में नुकसान नहीं हुआ है। जिले के अब भी 80 गांवों में बरसाती पानी भरा हुआ है। --------------------------------- ये कहना है किसानों का जिले में बरसात के कारण खराब हुई फसलों के मुआवजे के लिए किसानों ने फार्म जमा करवा दिए है। गांव धांगड़ के किसान रामसिंह, सुरेश, विजय सिंह, भूप सिंह ने बताया कि अब कृषि विभाग के अधिकारियों को गिरदावरी करनी चाहिए। बीमा कंपनी के कर्मचारी फसलों का निरीक्षण करने के लिए नहीं आए है। जब आएंगे तो पानी ही सोख जाएगा। ऐसे में उन्हें कम मुआवजा मिलेगा। अधिकारियों को चाहिए कि जैसे ही बरसात हो उसके अगले दिन निरीक्षण करना चाहिए। -------------------------------- अब जाने पिछले कुछ दिनों का तापमान तिथि अधिकतम न्यूनतम 20 35 24 21 32 22 22 31 21 23 29 20 24 27 19 25 30 21 27 32 22 28 33 22 नोट: यह तापमान डिग्री सेल्सियस में है। ------------------------------------------------ आगामी 30 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। ऐसे में कहीं हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है। किसानों से अपील है कि धान की फसल की कटाई दो दिन रूककर करे ताकि नुकसान न हो। वहीं किसान पानी निकासी का प्रबंध भी अवश्य करे। डा. मदन लाल खिचड़, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक हिसार। श्च, द्यद्ब 6 2द्धद्बह्लद्ग-ह्यश्चड्डष्द्ग: श्चह्मद्ग-2ह्मड्डश्च; 8