नंदीशाला में घुसा पानी, दो बछड़ों की हुई मौत

कुलां रोड पर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में स्थापित किए गए अस्थायी हाल में रिसाव होने के कारण गंदा पानी साथ लगती श्री कृष्ण प्रणामी नंदीशाला में जा घुसा। जिसके चलते नंदीशाला प्रांगण में हुई दलदल के कारण 2 बछड़ों की मौत हो गई। जबकि 600 के करीब गाय-बछड़े एक फुट तक हुए जलभराव में रात बिताने पर मजबूर हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 11:34 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 11:34 PM (IST)
नंदीशाला में घुसा पानी, दो बछड़ों की हुई मौत
नंदीशाला में घुसा पानी, दो बछड़ों की हुई मौत

फोटो : 18

-एडीसी के आदेश पर शाम को पहुंचे अधिकारी

संवाद सूत्र, भूना

कुलां रोड पर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में स्थापित किए गए अस्थायी हाल में रिसाव होने के कारण गंदा पानी साथ लगती श्री कृष्ण प्रणामी नंदीशाला में जा घुसा। जिसके चलते नंदीशाला प्रांगण में हुई दलदल के कारण 2 बछड़ों की मौत हो गई। जबकि 600 के करीब गाय-बछड़े एक फुट तक हुए जलभराव में रात बिताने पर मजबूर हो गए। घटना की भनक लगते ही दर्जनभर गोसेवक मौके पर एकत्रित हो गए और अपने स्तर पर कसियों के माध्यम से अस्थायी नाले का निर्माण करके नंदीशाला में भरे पानी को खेतों में निकाला। वहीं गो सेवकों ने जन स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।

गो सेवकों का आरोप है कि जन स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को घटना की सूचना देने के 10 घंटे बीत जाने के बाद भी अधिकारियों ने मौके पर पहुंचना मुनासिब नहीं समझा। जिसके चलते रोषित गोसेवक अतिरिक्त उपायुक्त अजय चोपड़ा से मिलने पहुंचे। एडीसी ने जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता को तुरंत मौके पर पहुंचकर समस्या के समाधान लगाने के निर्देश जारी किए।

जानकारी के अनुसार कुलां रोड पर टिब्बी बस अड्डे के करीब नगर पालिका की जमीन पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा रहा है और इस प्लांट से करीब 15 मीटर के फासले पर ही श्री कृष्ण प्रणामी नंदीशाला का निर्माण किया गया है। बीते दिनों भूना कस्बा में हुई जोरदार बरसात के चलते जलभराव की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसे निपटने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों ने सीवरेज प्लांट में स्थाई बंदोबस्त करने की अपेक्षा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व नंदीशाला के बीच पड़ी जमीन पर मिट्टी की बाउंड्री लगाकर बड़ा और 10 फुट गहरा होल बना दिया। जिसमे शहर भर का पानी एकत्रित किया गया। बुधवार मध्य रात्रि उपरोक्त हाल में दरार आ गई और हाल का गंदा पानी साथ लगती नंदीशाला की दीवार से गुजरता हुआ पशुवाडे तक आ पहुंचा।

गोसेवक रामनारायण पुनिया, शीशपाल सिंह फौजी, ईश्वर सिंह भैरो, नरेश नेहरा आदि ने बताया कि रात भर नंदीशाला प्रांगण में 1 से 2 फुट तक पानी जमा रहा और गोवंश को मजबूरन उसी पानी में रहना पड़ा। वीरवार सुबह 5 बजे के करीब जब नंदीशाला के कारिदे गोवंश को हरा चारा डालने गए तो देखकर दंग रह गए। क्योंकि सभी गोवश जलभराव से जूझ रहे थे, जबकि दलदल में फंसे 2 गोवंश काल का ग्रास बन चुके थे। उक्त सदस्यों ने बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा नंदीशाला की दीवार के साथ-सथ मिट्टी के ऊंचे ऊंचे चबूतरे बना दिए हैं। जिस पर चढ़कर आवारा कुत्ते नंदीशाला में प्रवेश कर जाते हैं और गाय में बछड़ों को काट खाते हैं। गो सेवकों ने अतिरिक्त जिला उपायुक्त अजय चोपड़ा से जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर उचित कार्रवाई करने की गुहार भी लगाई।

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उधर अतिरिक्त जिला उपायुक्त के आदेश पर जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता एसडीओ ओमप्रकाश व कनिष्ठ अभियंता संदीप कुमार की टीम ने वीरवार शाम मौके का निरीक्षण किया। नंदीशाला सदस्यों को आश्वासन दिया कि शुक्रवार को उपरोक्त हाल खाली करवा दिया जाएगा और समस्या से निजात दिलवाई जाएगी।

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