चोरी और लूट की वारदातों के बाद सड़कों पर दिखी पुलिस की चौकसी

पिछले तीन चार दिनों से रतिया में चोरी व लूट की वारदात होने पर शहर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Dec 2018 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 05 Dec 2018 11:14 PM (IST)
चोरी और  लूट की वारदातों के बाद सड़कों पर दिखी पुलिस की चौकसी
चोरी और लूट की वारदातों के बाद सड़कों पर दिखी पुलिस की चौकसी

संवाद सूत्र, रतिया : पिछले तीन चार दिनों से रतिया में चोरी व लूट की वारदात होने पर शहर में सुरक्षा कड़ी दिखी। हालांकि गलियों में लगाए गए चौकीदार नहीं मिले। पुलिस की चौकसी रात 1 बजे के बाद भी देखी गई। सड़कों पर पीसीआर व राइडर घूमते हुए नजर आए। यह केवल पिछले तीन-चार दिनों के बाद ही हुआ है। पहले रात को नौ बजे के बाद पुलिस कर्मचारी नजर भी नहीं आते थे। जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। अगर पिछले तीन महीनों का जिक्र करे तो शहर में 10 से अधिक चोरी हो चुकी है। जिसका आज तक पुलिस कोई पता तक नहीं लगा पाई है। अगर शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होती तो इन चोरियों को रोका जा सकता था। रात को रतिया शहर की व्यवस्था लेने निकले हमारे संवाद सूत्र को सुरक्षा सुविधाओं में और सुधार की जरूरत दिखाई दी।

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11 बजकर 40 मिनट

सबसे पहले पुराना बस स्टैंड पर हमारा रिपोर्टर पहुंचा। वहां जाकर देखा तो शहर थाना एसएचओ ओमप्रकाश अपनी टीम के साथ सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। पूछने पर उन्होंने बताया कि हमेशा दिन की तरह रात को पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहती है। पीसीआर की गाड़ी और उनकी गाड़ी के अलावा पुलिस को मिली विशेष बाइक भी रात भर गश्त पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि टोहाना में राज्यपाल को आना है इसलिए सुरक्षा भी कड़ी है। 12 बजकर 10 मिनट

रात 12 बजकर 10 मिनट पर रिपोर्टर मैन बाजार में पहुंचता है। यहां पर भगत ¨सह चौक से लेकर पशु अस्पताल तक घना अंधेरा मिला। यहां पर नगरपालिका द्वारा कोई स्ट्रीट लाइट तक की व्यवस्था नहीं की गई। अगर कोई चोरी की वारदात को अंजाम देता है तो किसी को पता तक नहीं चलेगा। इस स्थान पर पुलिस की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिखी। पूरे दो एक किलोमीटर के क्षेत्र में न तो पुलिस कर्मचारी नजर आया और न ही चौकीदार। दुकानदारों ने अपने स्तर पर चौकीदार भी रख रखा है लेकिन वो भी दिखा नहीं।

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रात 12 बजकर 45 मिनट संजय गांधी चौक

रात 12 बजकर 45 मिनट पर रिपोर्टर संजय गांधी चौक पर पहुंचा यहां पर इस दौरान न तो पुलिस कर्मचारी नजर आया और न ही कोई पीसीआर खड़ी मिली। यह रतिया का मुख्य बाजार होने के कारण दिन के समय में यहां पर अधिक चहल-पहल होती है। मुख्य बाजार होने के कारण करोड़ों का व्यापार भी यहीं से होता है। कुछ समय इंतजार करने के बाद एक बाइक पर दो पुलिस कर्मचारी आते दिखाई दिए। सब इंस्पेक्टर गुरचरण ¨सह ने यहां आने का कारण भी पूछा। बाद में पुलिस कर्मचारी ने बताया कि उनकी डयूटी लगी हुई है। वे रात को पूरे शहर में गश्त करते है। अगर कोई मिलता है तो उसकी जांच की जाती है। वैसे पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा कड़ी कर रखी है।

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