रोड जाम की चेतावनी के बाद ग्राम सचिव ने किया धारसूल गांव का निरीक्षण

राज्य में पंचायत चुनाव की देरी का खामियाजा देहात क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। कुलां ग्रामीण क्षेत्र में ये समस्या ग्रामवासियों के लिए विकट बनी हुई है। -बीडीपीओ नहीं उठाते किसी का फोन विधायक बोले करेंगे बात संवाद सूत्र कुलां

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:26 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:26 AM (IST)
रोड जाम की चेतावनी के बाद ग्राम सचिव ने किया धारसूल गांव का निरीक्षण
रोड जाम की चेतावनी के बाद ग्राम सचिव ने किया धारसूल गांव का निरीक्षण

संवाद सूत्र, कुलां : राज्य में पंचायत चुनाव की देरी का खामियाजा देहात क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। कुलां ग्रामीण क्षेत्र में ये समस्या ग्रामवासियों के लिए विकट बनी हुई है। जिसका मुख्य वजह यहां अफसरशाही हावी होना है। बीती फरवरी माह में कार्यकाल समाप्त होने पर पंचायतें भंग होने के बाद शासन द्वारा प्रशासक नियुक्त कर गांवों का जिम्मा खंड विकास अधिकारियों को सौंपा गया है, लेकिन यहां के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) अपनी मनमानी पर उतारू है। टोहाना के बीडीपीओ नरेंद्र कुमार के फोन रिसीव न करने से क्षेत्र के ग्रामवासी बेहद परेशान हैं। लिहाजा इससे यहां ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य ठप होने के साथ, खासकर सफाई व जल निकासी व्यवस्था चौपट होने से लोगों का रहना मुहाल हो गया है। ----------------------------------- एसडीएम को शिकायत देने के बाद भी कार्यवाही नहीं बीडीपीओ को बार-बार फोन करने पर उनके फोन न उठाने पर अंत में क्षेत्र के धारसूल कलां गांव निवासी राजेंद्र सिंह ने अपने गांव की समस्या को लेकर करीब तीन माह पहले 24 जून को टोहाना के उपमंडल अधिकारी गौरव अंतिल को शिकायत भेजी थी। राजेंद्र सिंह ने बताया कि उस वक्त उन्हें उम्मीद जगी थी कि वरिष्ठ अधिकारी को शिकायत भेजने पर ग्राम स्तर की समस्या को लेकर कार्यवाही अवश्य होगी, लेकिन हुआ इसके विपरीत कि मामले में कार्यवाही कर समस्या का कोई समाधान करना तो दूर की बात, जबकि तीन माह में किसी अधिकारी ने गांव में आकर निरीक्षण तक करना मुनासिब नहीं समझा। ------------------------- ये है मामला राजेंद्र सिंह ने एसडीएम को भेजी शिकायत में बताया कि विभिन्न गांवों को जोड़ने वाली व धारसूल गांव में प्रवेश करने का पथ धारसूल कलां व धारसूल खुर्द गांव की संयुक्त फिरनी कुछ समय पहले ही इंटरलाकिग टाइलों से पक्की बनाई गई थी। उनका आरोप है कि दूषित जल निकास के लिए निर्माण के कुछ समय बाद ही फिरनी पर मौजूद कई घरों के वासियों ने स्वयं के निजी स्वार्थ के लिए जगह-जगह से उखाड़ कर गली का लेबल ऊंचा नीचा कर दिया है, ताकि गंदा पानी उनके घरों के समक्ष जमा ना हो। इससे निर्माण के दौरान नई लगाई गई इंटरलाकिग टाइल्स खुर्द बूर्द करने के साथ ही गली को उबड़ खाबड़ कर दिया है। ----------------------------------- इंटरनेट मीडिया पर रोड जाम की चेतावनी के बाद जागा प्रशासन समस्या का कोई समाधान ना होने अथवा खंड विकास अधिकारी के उपेक्षात्मक रवैया से परेशान धारसूल कलां निवासी राजेंद्र सिंह ने वीरवार सुबह एक वरिष्ठ अधिकारियों के वाट्सएप ग्रुप में संदेश डालकर यथाशीघ्र समस्या का निराकरण करने की मांग की। संदेश में उन्होंने शीघ्र समस्या का समाधान ना होने की सूरत में ग्रामवासियों द्वारा खंड विकास अधिकारी कार्यालय का घेराव करने या फिर कुलां चौक को जाम करने की चेतावनी दी। जिस ग्रुप में ये संदेश डाला गया, उस वाट्सएप ग्रुप में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी बलजीत चहल भी शामिल है। संदेश वायरल होने के बाद अधिकारी हरकत में आए और कुछ ही समय बाद ग्राम सचिव संजय ने गांव में पहुंचकर निरीक्षण किया गया। राजेंद्र सिंह ने बताया कि, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र कुमार ने भी स्वयं उनसे फोन पर बात की है और समस्या निपटान का विश्वास दिलाया है। ग्राम सचिव ने निरीक्षण धारसूल गांव में बनने वाली गलियों का ब्यौरा तैयार किया। इसके अलावा गांव में फिरनी की गली को लोगों द्वारा उखाड़ने की जांच की। ग्राम सचिव ने बताया कि गांव में बनने वाली गलियों व गली उखाड़ने के बारे में अथवा गांव में जल निकासी व्यवस्था अवरूद्ध होने के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। ------------------------------- विधायक ने दिया आश्वासन बीडीपीओ के फोन न उठाने से परेशान ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय विधायकों देवेंद्र बबली से ग्राम स्तर की समस्याओं में हस्तक्षेप कर निराकरण कराने की मांग की है। विधायक बबली ने इस पर सख्त एक्शन लेने की आश्वसन दिया है। अब देखना ये होगा कि विधायक बबली इस मामले में क्या कार्यवाही करते हैं।

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