गली के निर्माण में हो रही देरी पर मुहल्लावासियों ने जताया रोष
आहूजा बर्फ फैक्ट्री वाली गली के निर्माण में हो रही देरी पर मुहल्लावासियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद की गलतियों की सजा मुहल्लावासी भुगतने को मजबूर है। इससे खफा मुहल्लावासियों ने जमकर नारेबाजी की और गली का जल्द निर्माण करवाए जाने की मांग की।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद
आहूजा बर्फ फैक्ट्री वाली गली के निर्माण में हो रही देरी पर मुहल्लावासियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद की गलतियों की सजा मुहल्लावासी भुगतने को मजबूर है। इससे खफा मुहल्लावासियों ने जमकर नारेबाजी की और गली का जल्द निर्माण करवाए जाने की मांग की।
मुहल्ला निवासी चंद्रकांता, आशा रानी, रेखा गर्ग, सीमा, ज्योति अरोड़ा, आशा वधवा, अमनजोत, कृष्ण कुमार, संजय कुमार, पवन आहूजा, दीपक कुमार, हेमंत मेहता आदि ने बताया कि सीनियर मॉडल स्कूल, गुरुनानकपुरा, इंद्रपुरा मोहल्ला, धर्मशाला रोड व तुलसीदास चौक के बरसाती पानी की निकासी आहूजा बर्फ फैक्ट्री वाली गली से होती थी। बरसाती पानी चिल्ली के डोभ क्षेत्र में जाता था। इन लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी गली में से गुजर रही पहले से मौजूद बरसाती पानी की पाइप को उखाड़ कर, बरसाती पानी का कुदरती बहाव बदल दिया गया है। सीवरेज व्यवस्था व बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था को पूरी तरह से बदल दिया गया है। मोहल्लावासियों ने कभी इस बारे मांग नहीं की थी। यह सब बूटा राम कपड़े वाले डिपो के पीछे अवैध तरीके से कॉलोनी विकसित कर रहे किसी भूमाफिया को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है।
गौरतलब है कि शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं स्वर्णकार सभा, अरोड़वंश महासभा, सिटी वेलफेयर क्लब, नागरिक अधिकार मंच, शहीद भगत सिंह पुस्तकालय, क्लॉथ मर्चेन्ट एसोसिएशन व शहर के प्रबुद्ध लोगों ने नगर परिषद व जनस्वास्थ्य विभाग के इस प्रोजेक्ट का विरोध किया था। उस समय के डीएमसी ने इन प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया था कि बरसाती पानी का बहाव नेचुरल फ्लो के अनुसार ही होगा और इंद्रपुरा मोहल्ला के पीछे सरकारी या निजी जमीन खरीद कर टैंक बनाया जाएगा तथा उस टैंक में इकट्ठे हुए बरसाती पानी को रंगोई नाले में डाला जाएगा लेकिन पिछले डेढ़ वर्ष से अधिक समय बीत गया, न तो धर्मशाला रोड बनी है और न ही आहूजा बर्फ फैक्ट्री वाली गली का निर्माण करवाया गया है। मुहल्लावासियों का कहना है कि गली में सीवरेज चेंबरों को उबड़-खाबड़ तरीके बनाया गया है। बरसात के दिनों में कोई भी मुहल्लावासी घर से बाहर नहीं निकल सकता तथा जो सदस्य घर से बाहर है, वह घर नहीं आ सकता। छोटे बच्चों व बुजुर्गो का तो गली में निकलना दुश्वार हो चुका है।
इस दौरान सीमा, निशा, कृष्णा, रेखा रानी, अनीता, दर्शना, बीवा बाई, वीना खुराना, रजनी देवी, मंजू, उषा देवी, सुदेश कामरा, पंकज कुमार, हेमंत मेहता, भुवनेश र्ग आदि मौजूद थे।