ढाई महीने में ही बदल गया फैसला, 22 सितंबर को फिर से होंगे प्रधान पद के ड्रा

इस साल 22 जून को पंचकुलां में नगरपरिषद व नगरपालिका प्रधान पद के चुनाव के लिए सीट आरक्षित की थी। फतेहाबाद शहर में जरनल वोटों की संख्या अधिक होने के बावजूद एससी वर्ग के लिए यह सीट आरक्षित कर दी गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:51 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:51 AM (IST)
ढाई महीने में ही बदल गया फैसला, 22 सितंबर को फिर से होंगे प्रधान पद के ड्रा
ढाई महीने में ही बदल गया फैसला, 22 सितंबर को फिर से होंगे प्रधान पद के ड्रा

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : इस साल 22 जून को पंचकुलां में नगरपरिषद व नगरपालिका प्रधान पद के चुनाव के लिए सीट आरक्षित की थी। फतेहाबाद शहर में जरनल वोटों की संख्या अधिक होने के बावजूद एससी वर्ग के लिए यह सीट आरक्षित कर दी गई थी। फतेहाबाद शहर में 69 साल बाद यह सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित हुई थी। फतेहाबाद शहर पंजाबी बहुल्य होने के कारण इनकी वोटों की संख्या भी अधिक है। ऐसे में चुनाव लड़ने के दावेदार भी अनेक थे। लेकिन अब फिर से नए सिरे से ड्रा होने के बाद उम्मीद बढ़ गई है कि यह पद अब महिला ओपन के लिए आ सकता है। जिससे चुनाव लड़ने वालों के चेहरों पर खुशी नजर आ गई है। वहीं पिछले ढाई महीने से कुछ ऐसे एससी वर्ग के लोग भी शामिल थे जिन्होंने डोर-टू-डोर अभियान चलाकर वोटरों को लुभाने का प्रयास भी शुरू कर दिया था। लेकिन अब फिर से ड्रा नए सिरे से होने के बाद उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। ऐसे में अगर प्रधान पद ओपन आता है तो एससी वर्ग के किसी सदस्यों द्वारा जीत हासिल करना मुश्किल है।

फतेहाबाद शहर में वार्डबंदी नए तरीके से करवाई गई है। ऐसे में वार्डबंदी का कार्य 21 सितंबर को पंचकुलां में किया जाएगा। वार्डबंदी के अगले ही दिन 22 सितंबर को प्रधान पद के लिए फतेहाबाद व टोहाना नगरपरिषद व भूना व रतिया नगरपालिका प्रधान पद के लिए फिर से ड्रा होंगे।

22 जून को ड्रा के दौरान यहां के पद हुए थे आरक्षित

फतेहाबाद सामान्य श्रेणी अनुसूचित जाति

रतिया महिला अनुसूचित जाति सामान्य वर्ग (महिला)

टोहाना अनुसूचित जाति सामान्य श्रेणी

भूना अनुसूचित जाति (महिला) सामान्य श्रेणी

अब फतेहाबाद में सामान्य श्रेणी महिला के लिए आरक्षित होने की जगी उम्मीद

नगर निकाय विभाग ने जब ड्रा निकाले तब माना जा रहा था कि फतेहाबाद नगरपालिका की सीट सामान्य श्रेणी महिला के लिए आरक्षित हो सकती है। लेकिन इस सीट को एससी के लिए आरक्षित कर दिया गया। लेकिन अब फिर से उम्मीद जग गई है कि इस बार सामान्य श्रेणी महिला के लिए आरक्षित होगी। ऐसे में अब नए सीरे से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी सामने आ जाएंगे।

चौधरी द्वारिका प्रसाद बने थे 1952 में प्रधान

फतेहाबाद नगर पालिका के पहले प्रधान 1952 में चौधरी द्वारिका प्रसाद बने थे। उस दौरान शहर में 7 पार्षद थे। 1952 में शहर में स्थित भीमा बस्ती पंचायत थी। उस दौरान उसके सरपंच कर्मचंद चुघ बने थे। इसका बाद में 1957 में शहर में विलय कर दिया गया। इसके बाद 2021 में जाकर शहर के क्षेत्र का विस्तार हुआ है। इसमें हंस कालोनी, स्वामी नगर सहित कई कालोनियों को शामिल किया गया है। शहर में सबसे अधिक बार चेयरमैन बनने का रिकार्ड लीला कृष्ण के नाम रहा है। शहर के जाने माने चिकित्सक व इतिहासकार डा. राजेंद्र गर्ग बताते है कि वे तीन बार शहर के चेयरमैन बने। इसके बाद विधान सभा का चुनाव लड़ा।

69 सालों में दो बार महिला चेयरपर्सन बनी

फतेहाबाद के नगर निकाय के 69 सालों के इतिहास में अब तक दो बार महिला चेयरपर्सन बनी हैं। वो भी एक प्लान में। वर्ष 2004 से लेकर 2009 तक के एक प्लान में दो महिला चेयरपर्सन बनी। प्रदेश की सत्ता बदली तो इनका भी बदलाव हुआ। उन पांच सालों में शीलावंती व उषा प्रधान बनी।

सरकार ने मजाक बना दिया है। ढाई महीने पहले फतेहाबाद नगरपरिषद प्रधान की सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित कर दी थी। हमने तैयारी भी शुरू कर दी थी। पहले जरनल वर्ग के लोगों ने तैयारी कर रखी थी। उनकी उम्मीदों पर पानी फिरा, अब फिर से सरकार ने फैसला बदल दिया है जो गलत है। अगर फैसला बदला था तो 10 से 15 दिनों के अंदर ही बदल देना चाहिए था।

हरदीप सिंह, समाजसेवी एवं एससी वर्ग के संभावित उम्मीदवार फतेहाबाद।

chat bot
आपका साथी