क्रॉप बुकिग चेकिग कार्य के लिए जिला में टीमों का गठन, 13 मार्च तक की जाएगी फसलों की वेरिफिकेशन
जिला भर के विभिन्न गांवों में कृषि राजस्व पंचायत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले किसानों के खेतों में जाकर क्रॉप बुकिग चेकिग का कार्य करेंगे। सरकार के आदेशों के तहत जिला में यह कार्य शुरू किया गया है। यह कार्य 13 मार्च तक पूर्ण किया जाएगा। जिला प्रशासन ने क्रॉप बुकिग चेकिग कार्य के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया है। शनिवार को डीडीए डा. राजेश सिहाग व अन्य अधिकारियों ने टोहाना के गांव चंदड़ खुर्द व जमालपुर शेखां में खेतों का दौरा कर क्रॉप बुकिग चेकिग का कार्य किया।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जिला भर के विभिन्न गांवों में कृषि, राजस्व, पंचायत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले किसानों के खेतों में जाकर क्रॉप बुकिग चेकिग का कार्य करेंगे। सरकार के आदेशों के तहत जिला में यह कार्य शुरू किया गया है। यह कार्य 13 मार्च तक पूर्ण किया जाएगा। जिला प्रशासन ने क्रॉप बुकिग चेकिग कार्य के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया है। शनिवार को डीडीए डा. राजेश सिहाग व अन्य अधिकारियों ने टोहाना के गांव चंदड़ खुर्द व जमालपुर शेखां में खेतों का दौरा कर क्रॉप बुकिग चेकिग का कार्य किया।
उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि जिला भर में 140 टीमों का गठन किया गया है। टीम में कृषि, राजस्व व पंचायत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को शामिल किया गया है। जिसमें कृषि विभाग का एडीओ, पटवारी व ग्राम सचिव को शामिल किया गया है। इसके साथ ही सक्षम युवाओं को भी इस कार्य में शामिल किया गया है। एक टीम को लगभग 4 हजार एकड़ भूमि वेरिफिकेशन के लिए दिया गया है। 10 टीमों के ऊपर एक सुपरवाइजर नियुक्त किया गया। जिसमें बीडीपीओ या तहसीलदार को शामिल किया गया है। गठित टीम के सदस्य मौके पर किसान के खेत में जाकर क्रॉप बुकिग चेकिग का कार्य करेंगे। सुपरवाइजर संबंधित एसडीएम को रिपोर्ट करेंगे और संबंधित एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के नोडल अधिकारी होंगे। गठित की गई टीमें प्रतिदिन की रिपोर्ट संबंधित एसडीएम को करेंगे। यह कार्य जिला में 13 मार्च तक किया जाएगा।
उपायुक्त ने किसानों से कहा कि वे दस मार्च तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण करवा सकते हैं। पोर्टल पर पंजीकृत किसान की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। इसलिए किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ लेने के लिए अपनी फसलों का पंजीकरण पोर्टल पर अवश्य करवाएं।