सुंदरीकरण की राह में उदासीनता का रोड़ा

शासन द्वारा भले ही प्रदेश को स्वच्छ रखने के लिए अपनी पीठ थपथपा रही हो परंतु धरातल पर यह सब हवा-हवाई है। क्योंकि शहर का मात्र एक ताऊ देवी लाल पार्क कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 07:50 AM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 07:50 AM (IST)
सुंदरीकरण की राह में उदासीनता का रोड़ा
सुंदरीकरण की राह में उदासीनता का रोड़ा

संवाद सूत्र, जाखल :

शासन द्वारा भले ही प्रदेश को स्वच्छ रखने के लिए अपनी पीठ थपथपा रही हो परंतु धरातल पर यह सब हवा-हवाई है। क्योंकि शहर का मात्र एक ताऊ देवी लाल पार्क कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है।

बता दें कि नपा प्रशासन द्वारा पार्क के सुंदरीकरण को लेकर करीबन दो वर्ष पूर्व निजी कंपनी को ठेका दिया गया था। करीबन दो वर्ष का समय बीतने पर भी पार्क निर्माण का कार्य खटाई में है। सबसे बड़ी बात यह है कि न तो यह पार्क का निर्माण कार्य पूर्ण हो पाया है और न ही इसे दुरुस्त करवाया जा रहा पार्क में साफ-सफाई को लेकर भी प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। देश भर में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होती जा रही है। एक तरफ तो प्रदेश सरकार अपने आस पास साफ सफाई को लेकर लगातार निर्देश जारी कर रही है वहीं दूसरी और जाखल नपा के सरकारी बाबू इस आदेशों को सरेआम ठेंगा दिखा रहे हैं।

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36 लाख खर्च के बावजूद भी स्थिति दयनीय

बता दे कि नपा प्रशासन द्वारा पार्क निर्माण को लेकर एक निजी कंपनी को 36 लाख में ठेका दिया गया था। पार्क निर्माण के लिए दिए गए ठेके को दो वर्ष बीतने को हो चले है। परंतु अभी तक निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। जिसका कारण जारी किए गए टेंडर में निर्माण पूरा न होना है। बताया जा रहा है 15 लाख रुपये के टेंडर की और राशि जारी की जानी है। जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि खर्च किए गए 36 लाख में ऐसा कुछ नहीं हुआ है कि और राशि जारी की जा सके।

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पार्क में रहता है बेसहारा पशुओं का जमावड़ा

वैसे तो पार्क बच्चों के खेलने व बजुर्गो के टहलने के लिए सही है। परंतु यहां का पार्क पशुओं के लिए आराम घर बना हुआ है। क्योंकि इस पार्क में बच्चे तो दूर कोई आमजन भी नहीं आता। इस पार्क में सबसे ज्यादा बेसहारा पशुओं की संख्या रहती है। जिससे लोग भी परेशान है। पूर्व सरपंच सुरेन्द्र मित्तल, महावीर सिगला, सुरेश गर्ग, अक्षय अरोड़ा, डा. राजेश शर्मा, मुकेश मौर्य, श्रवण कुमार, जोगिन्द्र सिंह सहित अन्य दुकानदारों ने पार्क सुदंरीकरण के कार्य पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा की पार्क सुदंरीकरण कार्य में जो भी निमार्ण कार्य हुआ है वह सही नहीं है।

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कूड़ा गिराने के लिए नगरपालिका के पास कोई जगह नहीं है। जिससे कूड़े को पार्क में ही गिराया जा रहा है। बेसहारा पशुओं को पार्क में विचरण करने से रोकने के लिए एक गार्ड की नियुक्ति की गई है।

जतिद्र कुमार, सहायक सचिव, नगर पालिका, जाखल

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