सात लैब तकनीशियन रोहतक पीजीआई में ट्रेनिग पूरी कर लौटे, अक्टूबर में शुरू होगी लैब

विनोद कुमार फतेहाबाद जिला बेशक कोरोना मुक्त हो गया है लेकिन स्वास्थ्य विभाग किसी प्रकार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 10:59 PM (IST)
सात लैब तकनीशियन रोहतक पीजीआई में ट्रेनिग पूरी कर लौटे, अक्टूबर में शुरू होगी लैब
सात लैब तकनीशियन रोहतक पीजीआई में ट्रेनिग पूरी कर लौटे, अक्टूबर में शुरू होगी लैब

विनोद कुमार, फतेहाबाद : जिला बेशक कोरोना मुक्त हो गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग किसी प्रकार की ढिलाई के मूड़ में नहीं है। यहीं कारण है कि जो काम पेंडिग पड़ा था वो अब धीरे-धीरे पूरा हो रहा है। सबसे बड़ी राहत ये है कि अब स्वास्थ्य विभाग को कोरोना टेस्ट के लिए आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल अग्रोहा व सिरसा नहीं भेजने पड़ेंगे बल्कि अब तो फतेहाबाद में इनकी जांच होगी। गांव बड़ोपल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना टेस्टिग लैब बनकर पूरी तरह तैयार हो गई है। पहले यह लैब फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में बननी थी, लेकिन यहां पर जगह का अभाव होने के कारण इसे बड़ोपल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां पर जगह होने के साथ ही भीड़ भी कम रहती है।

गांव बड़ोपल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनी लैब में मशीनें भी आनी शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग को उम्मीद है कि अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में इस लैब का काम पूरा हो जाएगा। 7 लैब तकनीशियन ट्रेनिग लेकर लौटे

जिले में कोरोना टेस्टिग लैब पहले नहीं थी, ऐसे में लैब तकनीशियन के पास अनुभव भी नहीं था कि कैसे जांच की जाती है। यहीं कारण है कि स्वास्थ्य विभाग ने पिछले सप्ताह सात लैब तकनीशियन को ट्रेनिग लेने के लिए रोहतक पीजीआई भेजा था। एक सप्ताह की ट्रेनिग पूरी करने के बाद ये सभी कर्मचारी वापस लौट आए है। अब ये कर्मचारी इस लैब में काम करेंगे। लैब बनने के बाद अब कोरोना सैंपल की रिपोर्ट 8 से 12 घंटे में मिल जाएगी। जिले में फतेहाबाद, रतिया व टोहाना में आक्सीजन प्लांट लग गया है। ऐसे में अब यहां पर आक्सीजन की दिक्कत भी नहीं रहेगी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रहेगी चौबीस घंटे बिजली

जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चौबीस घंटे बिजली तो रहती है, लेकिन हाटलाइन से नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को हाटलाइन से जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। जिसके बाद अब यह फाइल बिजली निगम के पास चली गई है। आगामी कुछ दिनों के अंदर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को हाटलाइन से जोड़ दिया जाएगा। जिले में छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। ऐसे में यहां पर सभी प्रकार की सुविधा मिलेगी। अगर आगामी दिनों में कोरोना संक्रमण आता है तो ग्रामीण स्तर पर मरीजों का इलाज होगा। अब जाने कितना स्टाफ

स्टाफ सदस्य मौजूदा जरूरत

फिजिशियन 1 3

बाल रोग विशेषज्ञ 1 4

एनेस्थीसियोलाजिस्ट 5 0

मेडिकल आफिसर 23 4

नर्सिंग स्टाफ 55 0

फार्मासिस्ट 11 0

होमगार्ड 20 6

अब जाने क्या है संसाधन

संसाधन मौजूद जरूरत

वेंटिलेटर 23 2

मल्टीपारा मानिटर 30 10

डी सिफरीलेटर 4 02

अब जाने जिले के सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था

अस्पताल बेड

नागरिक अस्पताल फतेहाबाद 70

उप नागरिक अस्पताल केंद्र टोहाना 35

उप नागरिक अस्पताल केंद्र रतिया 35

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भट्टूकलां 20

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ोपल 20

सामुदायिक स्वास्थ्य जाखल 20

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भूना 20 अब जाने जिले में बेडों की संख्या

जिले में अस्पतालों में कुल बेडों की संख्या : 382

सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या : 195

प्राइवेट अस्पतालों में बेड की संख्या : 187

जिले में नान आक्सीजन बेडों की संख्या : 63

अस्पतालों में आक्सीजन बेडों की संख्या : 197

जिले के अस्पतालों में आइसीयू बेड : 86

जिले में वेंटिलेटर की संख्या : 36 जिले में इन अस्पतालों में लगा आक्सीजन प्लांट

फतेहाबाद नागरिक अस्पताल : 500

टोहाना उपनागरिक अस्पताल : 200

रतिया उपनागरिक अस्पताल : 200

नोट: यह प्लांट एलपीएम के हिसाब से लगेगा

वर्जन..

सात लैब तकनीशियन जो ट्रेनिग लेने के लिए गए थे वो वापस आ गए है। वही लैब से संबंधित मशीने भी आनी शुरू हो गई है। उम्मीद है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में लैब का पूरी तरह शुरू हो जाएगी।

डा. मेजर शरद तूली, नोडल अधिकारी कोरोना, फतेहाबाद।

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