कोरोना संकट में रोडवेज ने बंद की थी बसें, 30 प्रतिशत फेरे अब बंद

जागरण संवाददाता फतेहाबाद पिछले साल कोरोना ने दस्तक दी तो लाकडाउन भी लग गया। इस दौरान स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 10:29 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 10:29 PM (IST)
कोरोना संकट में रोडवेज ने बंद की थी बसें, 30 प्रतिशत फेरे अब बंद
कोरोना संकट में रोडवेज ने बंद की थी बसें, 30 प्रतिशत फेरे अब बंद

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

पिछले साल कोरोना ने दस्तक दी तो लाकडाउन भी लग गया। इस दौरान सड़कें सुनसान हो गर्इं। यही कारण था कि रोडवेज का पहिया पूरी तरह रोक दिया गया। यही हाल इस साल हुआ। फतेहाबाद जिले में बसों का संचालक रोक दिया गया ताकि कोरोना संक्रमण न फेले। अब स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन जिस तरह रोडवेज की बसें पहले हर गांव में जाती थी वो अब नहीं जा रहीं। जिले की बात करे तो 151 बसें चल रही हैं। पहले बसें तो इतनी ही चल रही थीं लेकिन फेर अधिक थे। अब जिले में 30 प्रतिशत फेरों को कम कर दिया है। यानि जिस गांव में पहले सात बार बस जाती थी वहां पर अब केवल चार बार ही जा रही है। इस कारण ग्रामीण रूटों पर सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

अब स्कूल व कालेज पूरी तरह खुल गए है। ऐसे में सुबह के समय विद्यार्थियों को स्कूल व कालेज आना पड़ रहा है। लेकिन बस है कि समय पर नहीं जा रही। इस कारण विद्यार्थियों को रोष प्रदर्शन करना पड़ रहा है। सबसे अधिक दिक्कत रतिया क्षेत्र में हो रही है। पिछले सप्ताह विद्यार्थियों ने तीन बार बस स्टैंड का ताला बंद किया था। उनकी मजबूरी है कि दूसरा कोई साधन नहीं है। रोडवेज अधिकारी केवल आश्वासन ही दे रहे है कि बसों का संचालन कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। सड़क से दो किलोमीटर दूर गांव, नहीं जा रही बसें

जिले के 10 से अधिक गांव ऐसे है जहां बसें नहीं जा रही हैं। दरअसल ये गांव मुख्य सड़क से दो किलोमीटर दूर है। ऐसे में ग्रामीणों व विद्यार्थियों को सड़क से दो किमी दूर अपने गांव पैदल ही जाना पड़ रहा है। रोडवेज विभाग को सूचित भी कर दिया, लेकिन लाकडाउन में ये बसें बंद क्या हुई अब फिर से शुरू तक नहीं हो रही है। भूना ब्लाक के गांव दिगोह, भूंदड़ा, टिब्बी, कानीखेड़ी, रहनखेड़ी, बुवानकोठी, जाखल क्षेत्र के गांव शक्करपुरा आदि शामिल हैं। लाकडाउन के बाद इन गांवों में कम जा रही बसें

रोडवेज विभाग ने लाकडाउन के बाद बसों के फेर कम कर दिए है। रतिया क्षेत्र के गांव कंवलगढ़, हुक्मावाली, सहनाल, गुरुसर, पालसर, बबनपुर ढाणी, लांबा ढाणी, स्कूल ढाणी में भी लाकडाउन के बाद से ग्रामीण बसों के अभाव से जूझ रहे हैं। इन रूटों पर पहले हर दिन पांच से छह फेर होते थे। लेकिन अब बड़ी मुश्किल से दो बार बस जा रही है वो भी समय पर नहीं जा रही। इस कारण विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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इन आंकड़ों पर डालें नजर

जिले की आबादी : 10 लाख

जिले में गांव : 260

जिले में रोडवेज बसें : 151

फतेहाबाद डिपो में बसें : 116

टोहाना डिपो में बसें : 35 नियम के अनुसार बसें चलाई जा रही हैं। जहां से डिमांड आ रही है वहां बसों को चला दिया जाता है। लाकडाउन के बाद बसों के फेर कम हुए थे, लेकिन अब धीरे-धीरे सभी फेरों को फिर से शुरू किया जा रहा हैं।

आरएस पूनिया, महाप्रबंधक रोडवेज विभाग फतेहाबाद।

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