जिला में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए किए प्रबंधों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

अधिकारी जनसेवा के लिए निस्वार्थभाव एवं सच्ची लगन से अपने क‌र्त्तव्यों का पालन करें। व्यक्ति की जिदगी बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभाग अथक प्रयास करें।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:47 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:47 AM (IST)
जिला में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए किए प्रबंधों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
जिला में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए किए प्रबंधों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

अधिकारी जनसेवा के लिए निस्वार्थभाव एवं सच्ची लगन से अपने क‌र्त्तव्यों का पालन करें। व्यक्ति की जिदगी बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभाग अथक प्रयास करें। मानवता के नाते सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि भी कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सहयोग करें। यह बात हरियाणा के बिजली, अक्षय ऊर्जा एवं जेल मंत्री व जिला फतेहाबाद में कोविड प्रबंधन व मॉनिटरिग के नोडल प्रभारी चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने बुधवार को भूना रोड स्थित पीडब्लयूडी रेस्ट हाउस में अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इस मौके पर विधायक दुड़ाराम, कार्यवाहक उपायुक्त डॉ. मुनीष नागपाल ने बिजली मंत्री को जिला में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाने एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शीघ्रता से ऑक्सीजन, एंबुलेंस सहित अन्य जरूरी उपकरणों को उपलब्ध करवाने के लिए आग्रह किया। बिजली मंत्री ने जिला में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए और उनका मार्गदर्शन किया।

बिजली एवं नोडल प्रभारी चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार तथा छोटे शहरों के छोटे नर्सिंग होम की दरें निर्धारित करें व जनरल वार्ड के लिए एक बेड के अधिकतम 1000 रुपये तथा प्राइवेट रूम के लिए 3000 रुपये तथा माइल्ड बीमारी के लिए ऑक्सीजन सहित 5000 रुपये प्राइवेट रूम सहित दरें निर्धारित की जाए। मेट्रो सिटी को छोड़कर हरियाणा के किसी भी नगर में 1 दिन के लिए दवाइयां, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सहित 8000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए, इसके लिए जिला प्रशासन पुख्ता प्रबंध करें। बिजली मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा ट्रांसपोर्ट विभाग, परिवहन विभाग अथवा रेडक्रॉस में एक कंट्रोल रूम के माध्यम से जिला के सभी एंबुलेंस को कंट्रोल किया जाए चाहे व प्राइवेट हो अथवा सरकारी किसी भी मरीज को रेफर करने के लिए अगर एंबुलेंस की आवश्यकता है तो उसके पैसे कंट्रोल रूम में जमा हो जो एंबुलेंस संचालक को दिए जाएं। कोरोना वार्ड के सीसीटीवी कैमरों को कोरोना सेंटर के बाहर स्क्रीन पर डिस्प्ले किया जाए तथा कोरोना मरीजों के प्रियजनों को सीसीटीवी कैमरों का लिक व पासवर्ड जारी करवाया जाए। कोरोना मरीजों को दिए जा रहे इलाज के साथ-साथ इन मरीजों को ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाना आवश्यक है, के नाम डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित किए जाएं।

इस मौके पर सडीएम कुलभूषण बंसल, सीटीएम अंकिता वर्मा, अधीक्षण अभियंता मदन लाल रोहिला, सीएमओ डॉ. गोबिद गुप्ता, डीएसपी दलजीत सिंह बेनीवाल, उपनिदेशक डीआईसी जेसी लांग्यान, डिप्टी सीएमओ डॉ. सुनीता सोखी, एसएचओ सुरेन्द्र कंबोज, नायब तहसीलदार राजेश गर्ग सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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