हाउस टैक्स मैनेजमेंट सिस्टम सोफ्टवेयर में दिक्कत, दो महीने का रिकार्ड नहीं दिखा रहा आनलाइन
नगरपरिषद का पूरा डाटा अब आनलाइन है। इसके अलावा शहर में किस व्यक्ति ने टैक्स भरा है और किसने के नाम जमीन है यह डाटा एक क्लिक करते ही मिल जाएगा।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
नगरपरिषद का पूरा डाटा अब आनलाइन है। इसके अलावा शहर में किस व्यक्ति ने टैक्स भरा है और किसने के नाम जमीन है यह डाटा एक क्लिक करते ही मिल जाएगा। लेकिन पिछले 20 दिनों से हाउस टैक्स मैनेजमेंट साफ्टवेयर में दिक्कत आ गई है। इस साल मई से लेकर जुलाई तक जिस भी व्यक्ति ने हाउस टैक्स या फिर कर शुल्क जमा करवा है कि वह आनलाइन अपडेट नहीं हो रहा है। कर शुल्क वहीं लोग जमा करवा रहे है या तो उन्हें अपनी जमीन बेचनी है या फिर खरीदनी है। ऐसे में दोनों ही स्थिति में दिक्कत आ रही है। जब रजिस्ट्री करवाने के लिए तहसील कार्यालय में जा रहे है तो उन्हें साफ्टवेयर में पैमेंट एरिया दिखाता है, जिससे जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। उसे वापस नप कार्यालय में आकर अधिकारियों से हाथ से लिखवाकर ले जाना पड़ रहा है कि उसकी पैमेंट हो गई।
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अधिकारियों का तर्क, ऊपर से साइट में है दिक्कत
स्थानीय नप अधिकारियों व कर्मचारियों की बात करे तो यह दिक्कत उच्चाधिकारियों के तौर पर है। पिछले दिनों इंटरनेट मीडिया पर भी लोगों ने कहा कि था कि साफ्टवेयर में डाटा उड़ गया है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। केवल ढाई महीने का ही डाटा साफ्टवेयर पर अपलोड नहीं हो पाया है। इस कारण पुराना डाटा नहीं दिखा रहा है। अधिकारी दावा कर रहे है। अब जो भी कर शुल्क भरने आ रहा है उसे मैन्यूल हस्ताक्षर करके दे रहे है ताकि किसी को दिक्कत ना आए।
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इन आंकड़ों पर डाले नजर
फतेहाबाद नगर परिषद सीमा में कुल आवासीय : 13140
खाली पड़े प्लाट : 2427
शैक्षणिक संस्थान : 188
मिस्क प्रापर्टी : 2024
कर्मिशल प्रापर्टी : 4031
औद्योगिक : 123
स्पेशल श्रेणी : 489
कृषि योग भूमि : 1541
अन्य प्रापर्टी : 489
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प्रापर्टी टैक्स न भरने वालों को जारी होगा नोटिस
पिछले दिनों कोरोना के कारण प्रापर्टी टैक्स भरने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। लेकिन अब नगरपरिषद ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है। लंबे समय से हाउस टैक्स या फिर प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं करवा रहे है उनके खिलाफ नोटिस दिया जाएगा। अधिकारियों की माने तो शहरवासियों की तरफ करीब 15 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया पड़ा है। अगर यह टैक्स जमा हो जाता है तो शहर का विकास भी तेजगति से होगा।
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प्रापर्टी आइडी लेने के लिए आए 1200 आए आवेदन
नगरपरिषद फतेहाबाद में प्रापर्टी आइडी को लेकर 1200 आवेदन प्रोसेस किए गए थे। उन्हें नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया था। नगर परिषद सीमा के अंदर अगर कोई जमीन की खरीद फरोख्त करता है या जमीन के टुकड़े करता है तो उसे नगर परिषद से नो ड्यूज सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता है और यह नो ड्यूज सर्टिफिकेट नगर परिषद द्वारा केवल वैध कालोनियों के लिए ही जारी किया जाता है। लेकिन कुछ लोग नो ड्यूज लिए बिना ही जमीन की खरीद फरोख्त कर रहे है। सोफ्टवेयर में दिक्कत आने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है, लेकिन नप की तरफ से लिखकर दिया जा रहा है कि सभी कर शुल्क जमा हो रहे है, जिसके बाद उसकी जमीन की रजिस्ट्री भी हो रही है। वहीं टैक्स न भरने वालों को नोटिस भी जारी होगा।
अरविद बाल्यान, ईओ नगरपरिषद फतेहाबाद।