लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूल बंद होने की कगार पर, सरकार करे सहायता : कुलभूषण शर्मा
संवाद सूत्र भूना लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूलों पर वित्तीय संकट पैदा हो रहा है। जिसके
संवाद सूत्र, भूना :लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूलों पर वित्तीय संकट पैदा हो रहा है। जिसके चलते अनेक स्कूल बंद होने की कगार पर हैं। लेकिन सरकार ने उक्त स्कूलों के उत्थान के लिए कोई प्रयास नहीं किए हैं। सरकार की अनदेखी के चलते निजी स्कूल संचालकों में गहरा रोष पाया जा रहा है। यह बात निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं निजी स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने सोमवार को आदर्श भारती इंटरनेशनल स्कूल भूना में आयोजित निजी स्कूल संघ की ब्लॉक स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि लॉकडाउन के दौरान बच्चों को संपूर्ण शिक्षा प्रदान करवाने में सहयोग करते हुए शिक्षा पर खर्च की जाने वाली राशि उनके बैंक खातों में जमा करवाएं, ताकि देश में शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ापन न आए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि निजी स्कूलों द्वारा शिक्षा का स्तर उठाने के लिए ऑनलाइन व डिजिटल कक्षाएं आरंभ की गई हैं। लेकिन ग्रामीण आंचल में अभिभावक ऑनलाइन शिक्षा ने अनभिज्ञ हैं, जिसके कारण स्कूल प्रशासन के समक्ष आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्रोपर्टी टैक्स, बिजली बिल, वाहनों की पासिग फीस में छूट देकर निजी स्कूलों को राहत प्रदान करे। शर्मा ने कहा कि 134 ए के तहत प्रदान की जा रही शिक्षा की एवज में सरकार ने महज 300 रुपये प्रति माह प्रति विद्यार्थी की दर से भुगतान करके निजी स्कूलों को शांत करवा दिया है, जबकि दिल्ली में उक्त फीस का स्के ल 1600 रुपये के करीब है। इस अवसर पर प्राइवेट स्कूल संघ के महासचिव बलदेव सैनी, प्रदीप मडिया, धर्मपाल सैनी, सुभाष बिश्नोई, कृष्ण धारनियां, दीपक नारंग, अजय रेवड़ी, रमेश कंबोज, दीपक कंबोज, सौदागर सिंह, कृष्ण पूनिया, सुरेंद्र हंस, जगमोहन सिंह, हरजिद्र सिंह, मुकेश भांभू, रणजीत गिल, सतपाल सिगला, सतपाल धारनियां आदि भी मौजूद थे।