रिहायशी क्षेत्र में बना तालाब, बरसात के दिनों में बना मुसीबत

प्रदेश में अभी तक मानसून ने दस्तक ही नहीं दी है कि भूना क्षेत्र के बीचों-बीच बना गंदे पानी का तालाब ओवरफ्लो हो चुका है। कस्बे की करीब 80 फ़ीसद आबादी का गंदा पानी इसी तालाब में डाला जा रहा है। लेकिन वर्तमान में नगरपालिका की लचर व्यवस्था के चलते पूरा कस्बा बाढ़ की कगार पर खड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:00 AM (IST)
रिहायशी क्षेत्र में बना तालाब, बरसात के दिनों में बना मुसीबत
रिहायशी क्षेत्र में बना तालाब, बरसात के दिनों में बना मुसीबत

संवाद सूत्र, भूना :

प्रदेश में अभी तक मानसून ने दस्तक ही नहीं दी है कि भूना क्षेत्र के बीचों-बीच बना गंदे पानी का तालाब ओवरफ्लो हो चुका है। कस्बे की करीब 80 फ़ीसद आबादी का गंदा पानी इसी तालाब में डाला जा रहा है। लेकिन वर्तमान में नगरपालिका की लचर व्यवस्था के चलते पूरा कस्बा बाढ़ की कगार पर खड़ा है।

बता दें कि नगर पालिका प्रशासन को बार-बार शिकायत करने के बावजूद नगरपालिका की चेयरपर्सन, वाइस चेयरमैन व पार्षदों ने इस तालाब की सफाई करने की जहमत नहीं उठाई। जिसके चलते तालाब में पानी एकत्रित करने की क्षमता काफी कम हो चुकी है और मानसून की बरसात आने से पहले ही यह तालाब ओवरफ्लो चुका है। इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि मानसून की बरसात के पहले दो-तीन दिनों में ही तालाब का गंदा पानी कस्बे की गलियों व लोगों के घरों में भी घुस सकता है। लेकिन नगर पालिका प्रशासन को कस्बावासियों की समस्याओं से शायद कोई सरोकार नहीं।

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23 जून को पूरा होगा कार्यकाल

आगामी 23 जून को नगर पालिका चेयरमैन वाइस चेयरमैन व पार्षदों का 5 साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। इन 5 सालों के दौरान कई बार विवादों से घिरी नगर पालिका न तो सीवरेज प्रणाली का कार्य पूर्ण करवा पाई है और ना ही कस्बे की तोड़ी गई गलियों की मरम्मत करवाने में कामयाब हो सकी है। इतना ही नहीं जिस तालाब के ओवर फ्लो के कारण मानसून से पहले ही तालाब के इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा बना हुआ है। इस तालाब का पानी खाली करवाने के लिए नगर पालिका द्वारा करीब 2 वर्ष पूर्व टेंडर जारी किया गया था। जिसके तहत तालाब का गंदा पानी पाइपों की माध्यम से खेतों में खाली किया जाना था। लेकिन संबंधित ठेकेदार ने ट्यूबबेल के माध्यम से तब तक तालाब का पानी खाली करना जारी रखा जब तक कि खेतों में पानी की भरपाई नहीं हो गई। लेकिन जैसे ही पानी की आवश्यकता खत्म हुई तो संबंधित ठेकेदार ने तालाब का पानी खाली करना बंद कर दिया। जिसके बाद समस्या ज्यों की त्यों बरकरार हो गई और नगर पालिका द्वारा उक्त मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

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मच्छरों की हुई भरमार

इतना ही नहीं इस तालाब में एकत्रित हुए गंदे पानी के कारण पूरे कस्बे में मच्छरों की भरमार है और रात भर कस्बा वासियों को जहरीले मच्छरों के साए में सोना पड़ता है । फोगिग के नाम पर नगर पालिका ने अभी तक कोई प्रयास नहीं किया है। जिसके चलते कोरोना के बाद जहरीले मच्छरों से फैलने वाली बीमारी भी कस्बा वासियों के लिए महामारी का कारण बन सकती है।

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पुल के ऊपर से गुजरता है तालाब का गंदा पानी

हिसार रोड पर इंडेन एजेंसी के निकट माडल टाउन व चंदन नगर को इस तालाब से जोड़ने के लिए पुल बना हुआ है । बरसात के दिनों में तालाब का गंदा पानी उक्त पुल के ऊपर से गुजरता है तो आने जाने वाले वाहनों को उनका दायरा दिखाई ही नहीं पड़ता और मुख्य सड़क तालाब का रूप ले लेती है।

--------------------------- तालाब की सफाई करवाने के लिए कई बार प्रस्ताव पास किया गया है। लेकिन सिरे नहीं चढ़ सका। नगरपालिका द्वारा अपने स्तर पर तालाब की सफाई का प्रयास किया जाएगा।

राखी वाल्मीकि, चेयरपर्सन नगरपालिका।

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