भारत बंद का कहीं आंशिक तो कहीं मिला-जुला असर

जागरण टीम फतेहाबाद भारत बंद का असर मिला-जुला रहा। जिले के शहरों के साथ कई गांव

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 07:57 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 07:57 AM (IST)
भारत बंद का कहीं आंशिक तो कहीं मिला-जुला असर
भारत बंद का कहीं आंशिक तो कहीं मिला-जुला असर

जागरण टीम, फतेहाबाद :

भारत बंद का असर मिला-जुला रहा। जिले के शहरों के साथ कई गांवों में भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। पास किए गए तीनों विधेयक वापस लेने की मांग की गई। जिले के टोहाना व रतिया में तो स्टेट हाईवे पर घंटों किसानों ने जाम लगाया रखा। वहीं भूना, फतेहाबाद व जाखल में भी किसानों ने प्रदर्शन करते हुए कुछ देर के लिए रोड जाम किया। सबसे अधिक परेशानी टोहाना में हुई। टोहाना में हिसार रोड बंद होने के चलते बस भी नहीं चल पाई।

हालांकि इस बार पुलिस किसानों के दूरी बनाकर चली। किसानों ने जगह जगह प्रदर्शन किए। रोड जाम भी घंटो किए, लेकिन किसानों से रोड खोलने तक का आग्रह नहीं किया गया। इसके बाद किसानों ने रोड स्वत: खोले तभी यातायात बहाल हुआ। शुक्रवार को राष्ट्र व्यापी प्रदर्शन को देखते हुए 6 डीएसपी समेत 400 पुलिस कर्मचारियों को लगाया हुआ था।

----------------------- फतेहाबाद में लालबत्ती चौक पर लगाया जाम, शहर में किया प्रदर्शन :

फतेहाबाद में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने अनाज मंडी में एकत्रित हुए। इस दौरान किसानों व व्यापारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। व्यापार मंडल के प्रधान सुभाष मुंजाल, महासचिव रमेश तनेजा, किसान नेता कल्याण सिंह भादू सहित अनेक संगठनों के सरकार से तीनों विधेयक वापस लेने की मांग की। वहीं समर्थन मूल्य पर किसान की फसल बिके। इसे लिए कानून बनाने की मांग की गई। इसके बाद सभी संगठनों के सदस्यों ने लालबत्ती चौक पर जाम लगाया। जाम करीब आधे घंटे तक लगा रहा। इससे रोड के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे लग गई। इसके बाद शहर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने शहर में विधेयक के खिलाफ दुकाने बंद करवाई। हालांकि बाद में दुकान खोल ली गई। इसके बाद लघु सचिवालय के बाहर जाकर सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान विनोद भड़ोलावाली, बलजिद्र गिल, बलदेव, जयविद्र मेचु, संचित मोंगा, सतबीर जांडली, प्रीतम नूरकी सहित अनेक सदस्य मौजूद रहे।

------------------------- टोहाना में चंडीगढ़ मार्ग दो घंटे किया जाम :

केंद्र सरकार के तीनों विधेयकों के खिलाफ टोहाना में विभिन्न संगठनों ने 2 घंटे तक चंडीगढ़ हाईवे जाम रखा। इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गई। पंजाब राज्य की ओर से आने व जाने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद जाम किसानों द्वारा हटाने के बाद पुलिस व वाहन चालकों को राहत मिली। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मास्टर रघबीर सिंह ने कहा कि सरकार के तीनों विधेयक आढ़ती व किसान विरोधी होने के साथ आमजन विरोधी है। लोगों को रोजी रोटी महंगी हो जाएगी। रोजगार सरकार ने पहले ही नोटबंदी व जीएसटी लगाकर कर छीन लिया। अब भूखमरी की समस्या देश में पैदा हो जाएगी। इसके बाद किसानों ने दोपहर 11 बजे के करीब रेलवे पुल के ऊपर जाकर टोहाना-चंडीगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने पर डीएसपी बिरम सिंह सहित अनेक पुलिस अधिकारी जवान पहुंचे। लेकिन किसानों ने दो घंटे बाद जाम खोला। प्रदर्शनकारियों को इनेला हलका अध्यक्ष हरि सिंह डांगरा, जोगिद्र सिंह, नरेंद्र सिवाच, सुखविद्र गिल, चांदीराम पातड़, मदन सिंह, राजपाल सैनी, महाराज सिंह कन्हड़ी, किसान यूनियन ब्लाक प्रधान गुरदयाल सिंह रंधावा, बलविद्र सिंह, मुनीम एसोसिएशन प्रधान सत्यवान, रमनदीप व सुखचैन सिंह, बलजिद्र सिंह ठरवी, धीरज गाबा, मनदीप सिंह अकाली, राजेंद्र समैन, गुरविद्र सिंह ठरवी, अमृत सैनी सहित अनेक किसान मजदूर नेताओं ने संबोधित किया।

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जिले के गांवों में हुआ प्रदर्शन :

जिले के विभिन्न गांवों में प्रदर्शन हुए। गांव में किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए। गांव बड़ोपल, हिजरावां, अहरवां, किरढ़ान, भट्टूकलां, जमालपुर, अकांवाली, कानाखेड़ा, डांगरा आदि के किसानों ने मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी तीनों विधेयकों के लागू करने पर रोष जताया।

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भट्टूकलां में प्रदर्शन करने आए किसान आपस में उलझे :

भट्टूकलां अनाजमंडी में आयोजित धरने में किसान सभा व भारतीय किसान यूनियन में विवाद हो गया। अनाजमंडी में शेड के नीचे किसान सभा ने कामरेड़ विष्णुदत्त के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, तो वहीं भारतीय किसान यूनियन से कमल बिसला अपने साथियों सहित बाजार बन्द करने का आह्वान करते हुए प्रदर्शन के अनाज मंडी पहुंचे। इस दौरान वहां लगे झंडे को लेकर विवाद हुआ। लेकिन बाद में उसे शांत कर दिया गया। इस मौके पर व्यापार मंडल प्रधान कृष्ण सिगला, इनेलो से शिव गोरखपुर, विजय सिंह जाखड़, हनुमान, राजकुमार सिहाग, छोटुराम सांई, भालसिंह, जगदीश, राजेश भांभू, रामस्वरूप सिद्धु, मोतीराम, भरतसिंह, गजेसिंह, राजेन्द्र, किशोरी लाल सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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समैण में किसानों ने लगाया 148 बी पर जाम केंद्र सरकार के तीनों कृषि विधेयकों के खिलाफ टोहाना के गांव समैण में समैण व कन्हड़ी ने टोहाना हिसार हाईवे 148बी पर जाम लगा दिया। जाम करीब दो घंटे चला। दोनों गांवों के किसान सुबह 8 बजे ही किसान अपना विरोध प्रकट करने के लिए बस-स्टैंड पर पहुंच गए थे। किसानों ने नेशनल हाईवे रोड को जाम करके वहीं पर ही अपना धरना लगा दिया। इस मौके पर गांव कन्हड़ी में किसान वेद सिंह, राममेहर नैन, प्रेम सिंह, पूर्व जिला परिषद चैयरमेन बलबीर सिंह बल्ली, पूर्व सरपंच प्रतिनधि कुलाराम, शेरा गिल, संजीव कुमार की अगुवाई में किसानों ने नेशनल हाईवे सड़क पर जाम लगाया व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

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भूना में सिरसा-चंडीगढ़ हाईवे पर लगाया जाम :

भूना में विभिन्न संगठनों ने तीनों विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सिरसा चंडीगढ़ हाईव पर जाम लगा दिया। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। भूना में प्रदर्शन कर रहे किसानों को बड़ी संख्या में दुकानदारों का भी समर्थन मिला। प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार से मांग कि सरकार तीनों विधेयक वापस ले। किसान हित में ऐसा विधेयक आए जिससे किसानों की फसल को समर्थन मूल्य मिल सके। इस मौके पर कामरेड रामस्वरूप, किसान संघर्ष समिति के संयोजक चांदीराम कड़वासरा, व्यापार मंडल के अध्यक्ष एडवोकेट अजय कुमार झाझड़ा, बलवान लंबोरिया, मास्टर रामकुमार सहित अनेक व्यापारी व किसान मौजूद रहे।

------------------------------- जाखल में किसानों ने कडैल चौक पर एक घंटा जाम :

विभिन्न किसान संगठनों, आढ़ती, व्यापारियों व कर्मचारी संगठनों के साथ अनेक लोगों ने जाखल में किसान हितों के लिए प्रदर्शन किया। जाखल के मुख्य चौक कडैल चौक पर एकत्रित हुए। इस चौके से चंडीगढ़, बुढ़लाढ़ा, टोहाना व भूना के लिए हाईवे निकलते है। चौक पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने एक घंटे जाम लगाए रखा। इसके चलते लोगों को परेशानी हुई। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि सरकार ने तीनों विधेयक वापस नहीं लिए तो उनका आंदोलन तेज होगा। संघर्ष समिति के प्रधान बलकार सिंह, आढ़ती एसोसिएशन प्रधान सतीश भोला, पप्पू गर्ग, प्रदीप कुमार उर्फ बबलू, लालाराम, ताराचंद, सीताराम मित्तल, भगवानदास, मदनलाल, रोहित कुमार, जरनैल सिंह, लाभ सिंह, महेंद्र सिंह तलवाड़ा, रविदर सिंह तलवाड़ा, रोहित, मीणा, चेत सिंह पूर्व सरपंच, किसान संघर्ष समिति रानी प्रधान, मास्टर सतीश कुमार, एडवोकेट अमित सिधानी, सुखविद सिंह, मुनीम यूनियन प्रधान हरविदर सिंह, परविदर सिंह, बिदर सिंह मौजूद रहे।

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रतिया में स्टेज के लिए पहले हुए नोक-झोक फिर किया प्रदर्शन : तीनों विधेयकों के खिलाफ रतिया में बंद करीब दो घंटे तक चला। रतिया के राजीव गांधी चौक पर किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया। हालांकि इससे पहले अनाज मंडी में स्टेज को लेकर दो किसान संगठनों के बीच नौक-झोक हो गई। जिसे शहर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने शांत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्राली भरकर आए। दोनों किसान संगठनों में भीड़ को लेकर प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। इसके चलते रतिया में करीब 2 हजार से अधिक किसान एकत्रित हो गए। किसान संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मनदीप सिंह नथवान व खेती बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व सरपंच जरनैल सिंह के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में व्यापारियों के साथ कई राजनीतिक दलों व अनेक संगठनों ने समर्थन दिया हुआ था। दोनों संगठन के सदस्य पहले मंडी में सभा स्थल को हंगामा किया। बाद में अलग अलग प्रदर्शन करते हुए सरकार से मांग कि किसान विरोधी तीनों अध्यादेश वापस ले। सरकार ने आंदोलन वापस नहीं लिया तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

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