पंचायती जमीन की बोली 20 से शुरू, इस बार अधिक राजस्व मिलेगा

पंचायतों की शामलाती जमीन की बोली 20 अप्रैल से शुरू होगी। इसके लिए पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने संबंधित कर्मचारियों को दिशा निर्देश दे दिया है। इस बार पंचायत की शामलाती जमीन से सरकार को अधिक राजस्व मिलने की पूरी उम्मीद है। इसकी वजह है कि इस बार पंचायती जमीन पर सरकार ने धान न लगाने की बाध्यता हटा दी है। इससे अधिक ठेका मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 07:06 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 07:06 AM (IST)
पंचायती जमीन की बोली 20 से शुरू, इस बार अधिक राजस्व मिलेगा
पंचायती जमीन की बोली 20 से शुरू, इस बार अधिक राजस्व मिलेगा

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

पंचायतों की शामलाती जमीन की बोली 20 अप्रैल से शुरू होगी। इसके लिए पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने संबंधित कर्मचारियों को दिशा निर्देश दे दिया है। इस बार पंचायत की शामलाती जमीन से सरकार को अधिक राजस्व मिलने की पूरी उम्मीद है। इसकी वजह है कि इस बार पंचायती जमीन पर सरकार ने धान न लगाने की बाध्यता हटा दी है। इससे अधिक ठेका मिलेगा।

गत वर्ष प्रदेश सरकार ने धान बेल्ट में पंचायतों की जमीन पर धान की खेती के बजाए दूसरी खेती करने के निर्देश दिए थे। जिसका सीधा प्रभाव ठेके से होने वाली आय पर पड़ा था। किसान जमीन ठेके पर लेकर धान की खेती कर सकते है। पंचायती जमीनों की ठेके लेने की प्रक्रिया अलग-अलग गांवों में 20 अप्रैल से 1 मई तक चलेगी। जिन गांव में पंचायत की जमीन का ठेका नहीं होगा। उनके लिए फिर से समय निर्धारित किया जाएगा। विदित रहे कि फतेहाबाद ब्लाक के 27 गांवों के पास पंचायती जमीन है। गत वर्ष इस जमीन से 1 करोड़ 85 लाख रुपये राजस्व मिला था। इस बार 2 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।

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अलीका गांव में 100 एकड़ है जमीन :

गांव अलीका में पंचायत के पास 100 एकड़ पंचायती जमीन है। इससे पंचायत को प्रति वर्ष 50 लाख रुपये तक की आय हो जाती हैं। इसी तरह बनगांव पंचायत के पास भी 76 एकड़ पंचायती जमीन है। लेकिन धान की जमीन न होने के कारण ठेका अलीका के मुकाबले कम मिलता है। इसके अलावा मढ़ 69 एकड़, अहरवां 62, फूलां 60 व हंसगा 72 एकड़ जमीन के साथ अधिकतम जमीन वाले काम हैं।

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इस बार ठेके के रुपये खर्च करने की पावर रहेगी अधिकारियों को :

जिन कर्मचारियों की ड्यूटी पंचायत का ठेका छुड़वाने के लिए लगाई है। उनकी जिम्मेदारी है कि वे पंचायत की जमीन की बोली गत वर्ष से अधिक रुपयों में करवाए। इतना ही नहीं ठेके के रुपये खाते में जमाकर अधिकारियों को सूचना देनी होगी। हालांकि पहले ये रुपये सरपंच के अधीन होते थे। सरपंच एक बार रुपये खाते में जमा करवाकर अपने विवेक के अनुसार खर्च कर देते थे। इस बार सरपंच का कार्यकाल पूरा हो गया है। ऐसे में अधिकारी इन रुपयों को विकास कार्यों में खर्च करेंगे।

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खंड शामलाती जमीन (एकड़ में)

फतेहाबाद 831

नागपुर 1180

रतिया 860

------------------------- नागपुर, फतेहाबाद व रतिया खंड की पंचायतों की जमीन की बोली प्रक्रिया 20 अप्रैल से शुरू होगी। बोली करवाने के लिए मैंने संबंधित कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी है। जो अलग-अलग दिन जाकर बोली करवाएंगे। इस दौरान वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी करने के निर्देश दिए है। उम्मीद है कि गत वर्ष से 20 फीसद अधिक राजस्व मिलेगा।

- संदीप भारद्वाज, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, रतिया।

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