गांव समैन के जलघर में बचा सिर्फ 6 दिनों का पानी
संवाद सूत्र समैन टोहाना उपमंडल के सबसे बड़े गांव में गर्मी शुरू होने के साथ ही पीने के पानी की किल्लत भी बढ़ने लगी है। हालात यह है की गांव के वाटर-वर्क्स में महज 6-7 का ही पानी बचा है। उधर नहरी पानी की भी 16 से 24 दिनों तक बंदी बताई जा रही है। गांव के वाटर-वर्क्स में न तो कोई ट्यूबवैल की व्यवस्था है व न ही अन्य किसी स्त्रोत से पानी वाटर-वर्क्स में डाला जा सकता है। वाटर-वर्क्स में सिर्फ रजबाहे से नहरी पानी ही डाला जाता है। अब रजबाहे बन्द है तो पानी की किल्लत होना लाजमी है।
संवाद सूत्र, समैन : टोहाना उपमंडल के सबसे बड़े गांव में गर्मी शुरू होने के साथ ही पीने के पानी की किल्लत भी बढ़ने लगी है। हालात यह है की गांव के वाटर-वर्क्स में महज 6-7 का ही पानी बचा है। उधर नहरी पानी की भी 16 से 24 दिनों तक बंदी बताई जा रही है। गांव के वाटर-वर्क्स में न तो कोई ट्यूबवैल की व्यवस्था है व न ही अन्य किसी स्त्रोत से पानी वाटर-वर्क्स में डाला जा सकता है। वाटर-वर्क्स में सिर्फ रजबाहे से नहरी पानी ही डाला जाता है। अब रजबाहे बन्द है तो पानी की किल्लत होना लाजमी है।
ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी शुरू हो चुकी है। रजबाहे बन्द हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस बार रजबाहे मे 16 से लेकर 24 दिनों तक कि बंदी बताई जा रही है। उधर गांव के वाटर-वर्क्स में मात्र 6-7 दिन का पानी ही बचा है। अब गांव के लोगो को वाटर-वर्क्स से 4-5 दिनों में ही पानी दिया जा रहा है। इससे पहले हर 3 दिन में पानी मिलता था। वाटर-वर्क्स के इंचार्ज राजेन्द्र गिल ने बताया कि उनके पास टैंकों में मात्र 6-7 दिन का ही पानी बचा है। लोगो को पीने के पानी की दिक्कत न हो इसलिए अब 3 की बजाए 4-5 दिन में सप्लाई दी जा रही है। राजेन्द्र गिल ने अनुसार नहरी पानी की 16 दिनों की बंदी बताई जा रही है। यदि 16वें रजबाहे में पानी आ जाता है तो सबकुछ ठीक रहेगा अन्यथा 17वें पानी के लिए गांव में हाहाकार मचना तय है। उधर गांव पिरथला में भी यही हालात बताये जा रहे है