रक्षाबंधन पर रोडवेज की 141 बसें सड़कों पर दौड़ीं, सुबह भीड़ अधिक होने के कारण हुई परेशानी
फोटो 1 से 8 व 10 -बसें अधिक चलने के कारण महिलाओं को अधिक समय नहीं करना पड़ा इंतजार -ग्रामीण क्षेत्रों में कम चलेगी बसें लोग हुए परेशान -आम दिनों की अपेक्षा निजी वाहन भी नजर नहीं आए
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में रक्षाबंधन का पर्व बड़े उत्साह पूर्व मनाया गया। बहनें भाई के पास तो भाई बहनों के पास राखी बंधवाने के लिए पहुंचे। प्रदेश सरकार ने पहले ही घोषणा की थी कि रक्षाबंधन के दिन महिलाओं व उनके 15 साल के बच्चों को फ्री में सफर करवाया जाएगा। यहीं कारण है कि रोडवेज की बसों में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ दिखी। शनिवार दोपहर 12 बजे के बाद महिलाओं से किसी प्रकार की टिकट नहीं ली गई। रविवार को रक्षाबंधन के पर्व के दिन दोपहर 12 बजे तक अधिक भीड़ रही। कई महिलाओं को बसें मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा तो कुछ को खड़े होकर जाना पड़ा। रोडवेज विभाग हर दिन फतेहाबाद व टोहाना डिपो में 112 बसें चलता है। लेकिन रविवार व शनिवार को 141 बसें सड़कों पर दौड़ी। जिससे कुछ राहत अवश्य मिली। लेकिन हिसार व सिरसा अधिक सवारियां होने के कारण कुछ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं मिला साधन
ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइवेट बसें अधिक चलती है। लेकिन रक्षाबंधन के दिन फ्री में सेवा होने के कारण अधिकतर रूटों पर कम ही बसें चली। इस कारण गांवों में जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रतिया क्षेत्र की तरफ सबसे अधिक प्राइवेट बसें चलती है। बस स्टैंड में खड़ी महिलाएं रेखा, सरोज, लक्ष्मी देवी, राजबाला ने बताया कि उन्हें अरहवां जाना था। लेकिन पिछले 30 मिनट से बस नहीं मिली है। महिलाओं ने बताया कि जहां सरकारी बसें जा रही है वहां कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन प्राइवेट बसें कम चल रही है। हालांकि रोडवेज विभाग ने कर्मचारी लगा रखे थे ताकि किसी को कोई दिक्कत न आए। पिछले साल की तुलना में बाजार में दिखी तेजी
वस्तु 2018 2019 2020 2021
राखी 1 करोड़ 1 करोड़ 20 हजार 20 लाख 30 लाख
मिठाई 50 लाख 70 लाख 30 लाख 40 लाख
फल 30 लाख 50 लाख 5 लाख 12 लाख
रविवार को केवल बाजार में दुकानें रही खुली, अन्य पड़ी रही बंद
रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन तो बहन अपने भाई के घर आती है। ऐसे में हर कोई अपने घर रहना चाहता है। यहीं कारण है कि रक्षाबंधन के दिन बाजार में चहल-पहल भी कम ही दिखी। पिछले साल कोरोना संकट था ऐसे में पिछले साल की तुलना में इस बार बाजार में कुछ तेजी नजर आई, लेकिन दुकानदारों की माने तो इतनी अधिक नहीं है कि कुछ राहत मिल सके। जवाहर चौक पर राखी की दुकान करने वाले बग्गा, रमेश व सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने लाखों रुपये का सामान मंगवाया था। लेकिन इस बार इतनी बिक्री नहीं हुई है। रविवार का दिन होने के कारण दुकानें भी कम खुली। बाजार में महिलाओं को किसी प्रकार की दिक्कत न आए इसके लिए पुलिस की चौकसी भी अधिक रही।
अब पिछले कुछ सालों में रक्षाबंधन के दिन रोडवेज की कमाई
2019 : 4 लाख
2020 : 5 लाख
2021 : 8 लाख
रूटीन में रोडवेज को प्रतिदिन होती है कमाई : 12 लाख डाकघर में भी खूब आई राखियां, हर घर तक पहुंची
डाकघर में काम करने वाले पोस्टमैन रविवार को भी काम पर लगे रहे। सुबह 7 बजे से लेकर देर शाम तक राखियों को उनके सही ठिकानों पर पहुंचाते रहे। पोस्ट मास्टर ने पहले ही कह दिया था कि जो राखी आएगी उसे पहुंचाया जाएगा। शनिवार को डाकघर में अनेक राखिया आई थी जिन्हें पहुंचा दिया गया। वहीं रविवार को भी गांव स्तर पर राखियों को पहुंचाया गया। डाकपाल की माने तो जो लोग बाहर रहते है वो डाकघर के माध्यम से राखिया अपने घर भेजते है। पिछले 10 दिनों से राखियों का आना जाना रहा। आंकड़ों पर डाले नजर
जिले के डाकघर में आई राखियां : 4600
बाहर भेजी गई राखियां : 3600
विदेश से आई राखियां : 10
यहां से विदेश भेजी गई राखियां : 15 बस स्टैंड में कर्मचारियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई
रोडवेज विभाग द्वारा अधिक संख्या में बसें चलाई गई। जिले में करीब 140 बसें रुटों पर चलाई गई है। रूटीन के दिनों में 112 ही बसें चलती है। हमारे पास किसी प्रकार की शिकायत नहीं आई। बस स्टैंड में कर्मचारियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई ताकि किसी को दिक्कत आए तो दूर की जा सके।
कृष्ण कुमार, महाप्रबंधक रोडवेज विभाग फतेहाबाद।