दाखिला न देने पर प्रिंसिपल को नोटिस जारी, जांच के आदेश

फतेहाबाद जब भी कोई बच्चा चाहे सरकारी स्कूल में दाखिला ले सकता है लेकि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 May 2019 04:00 AM (IST) Updated:Thu, 23 May 2019 04:00 AM (IST)
दाखिला न देने पर प्रिंसिपल को नोटिस जारी, जांच के आदेश
दाखिला न देने पर प्रिंसिपल को नोटिस जारी, जांच के आदेश

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जब भी कोई बच्चा चाहे सरकारी स्कूल में दाखिला ले सकता है, लेकिन फतेहाबाद के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिसिपल ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर बच्चे को दाखिला नहीं दिया। दाखिला न मिलने की शिकायत जब दैनिक जागरण के पास पहुंची तो इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। समाचार प्रकाशित होने के साथ ही बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिए।

जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने खंड शिक्षा अधिकारी अनिल वोहरा के नेतृत्व में टीम गठित की और उसे स्कूल में जाने के आदेश दिए। बुधवार सुबह करीब 10 बजे खंड शिक्षा अधिकारी के साथ लिपिक महेंद्र सिंह स्कूल पहुंचे। स्कूल पहुंचने के बाद पता चला कि प्रिसिपल कृष्ण कुमार दो दिन के अवकाश पर चले गए हैं। प्रिसिपल को अंदेशा हो गया था कि उन पर कार्रवाई हो सकती है। ऐसे में एक दिन पूर्व ही दो दिन का अवकाश भरकर चले गए। टीम ने पहले तो बच्चे और उसकी मां को बुलाया और कागजात जांच कर वहां मौजूद कार्यकारी प्राचार्य राम सिंह को बच्चे को दाखिला देने के लिए कहा। पांच मिनट में बच्चे का दाखिला हो गया। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने मौके पर ही प्रिसिपल के नाम पर नोटिस जारी कर दिया। नोटिस में बच्चे को दाखिला देने से मना करने का कारण पूछा गया है। साथ ही प्रिसिपल के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। यह था मामला

ठाकर बस्ती निवासी राजबाला ने शिकायत में बताया था कि उसका बेटा दसवीं कक्षा में फेल हो गया था। पति की मौत होने के कारण फीस का खर्च उठा नहीं सकती। मंगलवार को बेटे का दाखिला कराने के लिए सरकारी स्कूल में गई थी। लेकिन प्रिसिपल कृष्ण ने दाखिला करने से इन्कार कर दिया और कहा कि ऐसे तो यहां पर दाखिले के लिए विद्यार्थियों की लाइन लग जाएगी। फेल विद्यार्थी को दाखिला देकर रिजल्ट खराब नहीं करना है। राजबाला ने कहा कि बेटे के दाखिले के लिए दिनभर भटकती रही।

दैनिक जागरण ने मामले को प्रमुखता से उठाया

सरकारी स्कूल में बच्चे को दाखिला न देने का मामला जिले में पहला है। दैनिक जागरण ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया। 22 मई के अंक में दैनिक जागरण ने एडमिशन से इन्कार, प्रिसिपल बोले-यूं तो दाखिले के लिए लाइन लग जाएगी शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। समाचार में बताया गया कि प्रिसिपल ने अपने अधिकार का इस्तेमाल कर बच्चे को दाखिला देने से मना कर दिया, जबकि नियमानुसार अगर कागज पूरे हैं तो बच्चे को दाखिला देने से रोका नहीं जा सकता। बेटे की मां बोली धन्यवाद जागरण

बेटे को स्कूल में दाखिला मिलने के बाद राजबाला ने दैनिक जागरण का धन्यवाद किया। राजबाला ने बताया कि वह कई दिनों से स्कूल के चक्कर लगा रही थी। कभी प्रिसिपल बच्चे के बारे में गलत कहता तो कभी उसे घर ले जाने के लिए कहा। दैनिक जागरण ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाया और एक दिन में ही दाखिला मिल गया। मैं दैनिक जागरण का तहेदिल से शुक्रिया करना चाहती हूं। दैनिक जागरण समाचार पत्र में मामला पढ़ने के बाद मैंने सुबह ही खंड शिक्षा अधिकारी को मौके पर भेज दिया था। बच्चे का दाखिला करवा दिया गया है। प्रिसिपल को भी नोटिस जारी किया गया है। मैं इस मामले की खुद जांच करूंगा। आगे जो कार्रवाई बनेगी वो अवश्य की जाएगी।

दयानंद सिहाग, जिला शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद

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