प्रदेश के लगभग 4000 एमआइटीसी कर्मचारियों को मिलेगा पेंशन लाभ

जागरण संवाददाता फतेहाबाद हरियाणा के कर्मचारी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के बैनर तले ि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 08:10 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:17 AM (IST)
प्रदेश के लगभग 4000 एमआइटीसी कर्मचारियों को मिलेगा पेंशन लाभ
प्रदेश के लगभग 4000 एमआइटीसी कर्मचारियों को मिलेगा पेंशन लाभ

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

हरियाणा के कर्मचारी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के बैनर तले विजेंद्र धारीवाल के नेतृत्व में लगातार पुरानी पेंशन नीति की बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इनके प्रयासों से लगभग 4000 पूर्व एमआइटीसी कर्मचारियों को सुनिश्चित पेंशन का लाभ प्राप्त हुआ है।

पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने

बताया कि लगातार 3 सालों से प्रदेश के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन नीति की बहाली की मांग को पुरजोर तरीके से उठा रही है। इसके तहत हरियाणा सरकार के वित्त विभाग द्वारा ओमप्रकाश चौटाला सरकार के दौरान एमआइटीसी विभाग को खत्म कर निकाले गए कर्मचारियों को, जिन्हें 2005 के बाद उस समय की हुड्डा सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में समायोजित किया गया था, लेकिन उन सभी समायोजित कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नीति के लाभ से वंचित कर दिया गया था, पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रयासों द्वारा उन सभी समायोजित कर्मचारियों को निश्चित पुरानी पेंशन नीति का लाभ देने को लेकर वित्त विभाग द्वारा लेटर जारी कर दिया है। इसमें गु्र्प डी के कर्मचारियों के लिए 6000 रुपए, गु्रप सी के कर्मचारियों के लिए 12000, गु्रप बी के कर्मचारियों के लिए 16000 और गु्रप ए के कर्मचारियों के लिए 20000 रुपए पेंशन का प्रावधान किया गया है।

धारीवाल ने कहा कि पेंशन बहाली संघर्ष समिति समय-समय पर एमआइटीसी से अन्य विभागों में समायोजित हुए कर्मचारियों के लिए सरकार से पुरानी पेंशन नीति के तहत एक निश्चित पेंशन की मांग करती रही है। इसमें एमआइटीसी से शिक्षा विभाग में क्लर्क के पद पर समायोजित टोहाना खंड के गांव मादुवाला से दलबीर सिंह को सेवानिवृत्ति पर नई पेंशन स्कीम के तहत 1118 रुपए पेंशन मिल रही थी जोकि प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही बुढ़ापा पेंशन से आधी थी।

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