हरी सब्जी से ज्यादा लोग दालों का कर रहे प्रयोग, दाम भी बढ़े, निगरानी कमेटी बनी मूकदर्शक
पिछले दो महीनों से जिले में कोरोना संकट लगातार बढ़ रहा है। पिछले 15 दिनों से लॉकडाउन भी लगा हुआ है। ऐसे में लोग इस वायरस से बचने के लिए हरी सब्जियों का प्रयोग कम कर रहे है और दाल अधिक खा रहे हैं। लोगों का तर्क है कि इसमें प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है और सब्जी के बजाय इसका ज्यादा समय तक स्टॉक भी किया जा सकता है। यही कारण है कि जिले में अब दालों के रेट बढ़ गए है। तीन महीने पहले जो दाल 60 रुपये प्रति किलो थी वो अब 90 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। भाव बढ़ने के बाद भी इसकी खपत भी अधिक हुई है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
पिछले दो महीनों से जिले में कोरोना संकट लगातार बढ़ रहा है। पिछले 15 दिनों से लॉकडाउन भी लगा हुआ है। ऐसे में लोग इस वायरस से बचने के लिए हरी सब्जियों का प्रयोग कम कर रहे है और दाल अधिक खा रहे हैं। लोगों का तर्क है कि इसमें प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है और सब्जी के बजाय इसका ज्यादा समय तक स्टॉक भी किया जा सकता है। यही कारण है कि जिले में अब दालों के रेट बढ़ गए है। तीन महीने पहले जो दाल 60 रुपये प्रति किलो थी वो अब 90 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। भाव बढ़ने के बाद भी इसकी खपत भी अधिक हुई है।
सब्जियों को कोई पूछ नहीं रहा और वहीं दाल व अन्य सामग्री के दाम बढ़ गए हैं। सब्जी मंडी से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद लोगों ने अपने घरों में सब्जी खरीदनी बंद कर दी। यहीं कारण है कि सब्जियों के दाम अपने आप ही गिर गए। वहीं लोग अब सूखा राशन लेकर जा रहे है ताकि मुसीबत आए तो लंबे समय तक चल सके। आढ़ती व आमलोग मान रहे है कि अप्रैल व मई महीने में सब्जियों के दाम इतने कम कभी नहीं आए। अक्सर गर्मी के दिनों में सब्जियों की कमी हो जाती है लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है। लॉकडाउन होने के कारण हर कोई सब्जी बेचने का काम करने लग गया है।
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लॉकडाउन के कारण ट्रांसपोर्ट हुआ प्रभावित
फतेहाबाद में पुरानी सब्जी मंडी में दुकान करने वाले दुकानदार लक्ष्मण दास, महेश कुमार, सुरजीत सिंह ने बताया कि पिछले 15 दिनों से लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में ट्रांसपोर्ट भी प्रभावित हो रहा है। अगर कोई सामान लाना है तो अनुमति जरूरी है। वही जिले में कोरोना संक्रमण भी तेजी से बढ़ा है ऐसे में लोग डर भी रहे है। ऐसे में ट्रांसपोर्ट में कमी आई है। दालों की सप्लाई कम होने के कारण दाम बढ़ने शुरू हो गए है। पीछे से रेट यहीं मिल रहा है इसी कारण ग्राहकों को यह दाल अब महंगी लग रही है।
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20 से 30 रुपये में हो गई बढ़ोतरी
जिला प्रशासन ने खाद्य पदार्थो के सामानों की लिस्ट तैयार कर ली है। लेकिन इसको मान कोई नहीं रहा है। जिला प्रशासन द्वारा निगरानी भी नहीं की जा रही है। यही कारण है कि दुकानदार मनचाहा दाम वसूल रहे है। अब सब्जी कोई खरीद नहीं रहा तो दुकानदार सोच रहे कि लोग दाल अधिक खरीदेंगे। यही कारण है कि 20 से 30 रुपये दालों में बढ़ा दिए है। पिछले दिनों ही जिला प्रशासन ने अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी। लेकिन एक भी दुकान पर जाकर किसी भी खाद्य पदार्थ की जांच नहीं की है। अधिकारियों का कहना है कि उनके पास शिकायत आएगी तभी कार्रवाई करेगी। लेकिन लोग पहले ही कोरोना से परेशान है ऐसे में वो शिकायत किसे दे।
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आंकड़ों से समझें स्थिति
खाद्य पदार्थ तय रेट बिक्री हो रही
हरी मूंग दाल 110-115 130-135
तूर दाल 90-95 110-120
मूंग दाल साबुत 105-110 120- 125
मूंग दाल धुली 115-120 130-140
उड़द दाल छिलका 100-105 120-130
मसूर दाल 80-85 100-110
चना दाल 65-70 85-95
चीनी 37-39 42-43
चावल परमल 30-35 45-50
आटा 26-28 30-35
नमक 18-20 18-20
हल्दी 160-170 190-200
लाल मिर्च 220-230 240-250
जीरा 200-220 230-240
राजमा 115-120 140-160
काला चना 55-60 70-80
बेसन 65-70 80-90
मैदा 30-32 35-40
सरसो तेल 110-120 150-170
नोट: ये भाव प्रति किलो के हिसाब से है।
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सब्जी के दाम गिरे
सब्जी लॉकडाउन से पहले अब
आलू 20 15
टमाटर 30 15
ककड़ी 20 10
मिर्च 80 30
भिडी 80 20
बैंगन 30 15
नोट : यह भाव प्रति किलो में है।
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खाद्य पदार्थो की लिस्ट चस्पाने के लिए सभी दुकानदारों को आदेश दिए गए है। अगर संबंधित अधिकारी कोई जांच नहीं कर रहा है तो उन्हें आदेश दिए जाएंगे। जिले में खाद्य पदार्थों की सप्लाई निरंतर हो रही है। अगर कोई दुकानदार ज्यादा रेट ले रहा है तो उसकी जांच करवाई जाएगी।
कुलभूषण बंसल, एसडीएम फतेहाबाद।